नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी ने गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के छकरबंधा थाना क्षेत्र के बरहा गांव (गया-औरंगाबाद सीमा) में सड़क निर्माण में लगी कंक्रीट मिक्सचर मशीन में आग लगा कर एक बार पुन: अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है. मशीन में आग लगाने के बाद मौके पर पर्चा छोड़ कर घटना की जिम्मेदारी भी ली है. घटना छकरबंधा थाना व सीआरपीएफ 159 व कोबरा 205 कैंप से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर अंजाम दिया है.
जानकारी के अनुसार, घटना शुक्रवार की रात 10 बजे की है. 50 से 60 की संख्या में हथियारबंद नक्सली पहुंचे व घटना काे अंजाम दिया. बरहा से तारचुआं 3.35 किलोमीटर दूरी तक के लिए आरसीडी के तहत सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है. इसकी प्राक्कलित राशि लगभग तीन करोड़ के आसपास है. इस सड़क का ठेकेदार गुरुआ प्रखंड का है.
ग्रामीणों ने यह भी जानकारी दी कि यह सड़क तारचुआं, सागरपुर होते औरंगाबाद जिले के मदनपुर के लिए चली जाती है. भाकपा-माओवादी द्वारा घटनास्थल पर दो तरह का हस्तलिखित पर्चे छोड़े गये हैं. हस्तलिखित पर्चे के माध्यम से सूचना दी गयी है कि डुमरिया, इमामगंज व बांकेबाजार आदि जगहों पर बालू माफिया व ठेकेदार घूस लेना अविलंब बंद करें. मजदूर, किसान, गरीब, दलित व महादलित से बालू का पैसा लेना बंद करें, सरकारी बालू टेंडर के नाम पर अत्याचार करने वाले सत्येंद्र यादव, अवधेश सिंह, विनोद मरांडी व कारू यादव आदि को आम जनता मार गिराये.
वहीं, दूसरे पर्चे में लिखा है कि पुलिस की मुखबीरी करना अविलंब बंद करें. इसमें कुछ लोगों को चिह्नित किया है, जिसमें अशोक यादव, अर्जुन यादव, विनय यादव, धर्मेंद्र भुइंया, संजय प्रसाद, सत्येंद्र यादव व सुरेश मास्टर को पुलिस का दलाल बताते हुए जनता से आग्रह किया है कि इन लोगों को जन अदालत में सजा दें.
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गौरतलब है कि काफी अर्से के बाद क्षेत्र में नक्सली घटना के साथ-साथ लोगों को चिह्नित किये जाने से पुन: भय का माहौल कायम हो गया है. इमामगंज डीएसपी मनोज राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच की जा रही है.