बिहार में नक्सलियों ने युवक को मौत के घाट उतारा, मुखबीरी के आरोप में परिवार के 6 लोगों की कर चुके हैं हत्या
आशंका जतायी जा रही है कि पुलिस मुखबीरी के आरोप में नक्सलियों ने युवक को मौत के घाट उतारा है. नक्सलियों ने धारदार हथियार और पत्थर से कूचकर युवक की जान ले ली है. इस घटना के बाद इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया है. मौके पर पहुंची पुलिस टीम मामले की तफ्तीश में जुट गयी है.
जमुई. बेखौफ नक्सलियों ने एक युवक की बेरहमी से हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया है. आशंका जतायी जा रही है कि पुलिस मुखबीरी के आरोप में नक्सलियों ने युवक को मौत के घाट उतारा है. नक्सलियों ने धारदार हथियार और पत्थर से कूचकर युवक की जान ले ली है. इस घटना के बाद इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया है. मौके पर पहुंची पुलिस टीम मामले की तफ्तीश में जुट गयी है.
ट्रैक्टर चलाकर परिवार का भरण पोषण करता था
घटना अति नक्सल प्रभावित बरहट थाना क्षेत्र के तमकूलिया इलाके की है. मृतक की पहचान तमकुलिया कोडासी निवासी 50 वर्षीय महेंद्र कोड़ा के रूप में हुई है, जो गांव के ही एक व्यक्ति का ट्रैक्टर चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था. बीते बुधवार को ट्रैक्टर चलाने जाने की बात कह कर महेंद्र कोड़ा घर से निकला था, लेकिव वापस घर नहीं लौटा और गुरुवार की सुबह कोड़ासी गांव के पास जंगल में ग्रामीणों ने उसके शव को बरामद किया. इस घटना के बाद मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया.
दो भाई समेत मायके के 6 लोगों की हत्या
घटना की जानकारी मिलते ही बरहट थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है. मृतक की पत्नी सुनीता कोड़ा ने बताया कि नक्सलियों संगठन के द्वारा पूरे परिवार को जान से मारने धमकी पहले दी गई थी. ग्रामीणों के मुताबिक मृतक की पत्नी सुनीता भी पहले नक्सली संगठन की सक्रिय सदस्य रही है. उसके दो भाई समेत मायके के 6 लोगों की हत्या नक्सली पहले कर चुके हैं और अब उसके पति को मौत के घाट उतार दिया है.
हार्डकोर नक्सली सुनील यादव गिरफ्तार
दूसरी ओर जमुई में एक हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार हुआ है, जो कई वर्षों से फरार चल रहा था. गिरफ्तार नक्सली सुनील यादव पर खैरा थाने में दो मामला दर्ज है. पुलिस को कई वर्षों से सुनील यादव की तलाश थी. फिलहाल उससे पूछताछ चल रही है. उम्मीद की जा रही है कि पूछताछ के बाद पुलिस को कई मामलों के छानबीन में मदद मिलेगी.
सुनील के खिलाफ थाने में दो मामले दर्ज
खैरा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने बताया कि सुनील यादव पर खैरा थाना में दो मामला दर्ज है. जिसमें दस फरवरी 2014 को गिद्धेश्वर जंगल में नक्सली एवं पुलिस में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पुलिस ने राइफल एवं नक्सली का आपत्तिजनक सामान नक्सली साहित्य बरामद किया था.
अंधेरे का फायदा उठाकर भागा था नक्सली
वहीं, दूसरी घटना 24 फरवरी 2014 हरनी पंचायत के अहराडीह गांव में एसटीएफ टीम एवं नक्सलियों में मुठभेड़ हुआ था जिसमें अंधेरे का फायदा उठाकर नक्सली वहां से फरार हो गया था. गिरफ्तार नक्सली से पुलिस पूछताछ कर रही है. खैरा थानाध्यक्ष सिद्धेश्वर पासवान ने बताया कि सुनील यादव पर खैरा थाना में दो मामला दर्ज है. दस फरवरी 2014 को गिद्धेश्वर जंगल में नक्सली एवं पुलिस में मुठभेड़ हुई उसके बाद 24 फरवरी 2014 हरनी पंचायत में एसटीएफ टीम एवं नक्सलियों में मुठभेड़ हुई थी लेकिन वो पकड़ा नहीं गया अंधेरे का फायदा उठा कर भाग गया था.
सुनील नक्सली अविनाश दा का दाहिना हाथ
बताया जाता है कि सुनील यादव हार्डकोर नक्सली अविनाश दा का दाहिना हाथ है और वो कई बड़े मामले को अंजाम देने में लगा था, लेकिन इसी बीच पुलिस ने गुप्त सूचना के अधार पर उसे चिलखार गांव से पकड़ लिया. वो काफी दिनों से पुलिस के सिर दर्द बना हुआ था.
पिछले दिनों भी हुई थी गिरफ्तारी
पिछले सप्ताह ही खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत दरीमा गांव के कुख्यात नक्सली देवेंद्र यादव पिता सुखदेव यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार नक्सली पर लगभग 10 अपराधिक मामले जमुई और झारखंड के गिरिडीह थाने में दर्ज हैं. जमुई पुलिस ने देवघर के कुंडा थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया था.
इंजीनियर अंकित कुमार की हत्या का है आरोप
जमुई पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि डीपी यादव देवघर के कुंडा थाना अन्तर्गत हथगढ़ में छिपा हुआ है, जिसके तुरंत बाद जमुई एसपी डॉक्टर शौर्य सुमन ने एएसपी अभियान ओमकार नाथ सिंह के नेतृत्व में एक छापेमारी टीम गठित की. इसके बाद देवघर में रह रहे डीपी यादव का लोकेशन कन्फर्म कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. देवेंद्र यादव पर जमुई के अरुणमाबक के इंजीनियर अंकित कुमार की हत्या का भी आरोप है. साथ ही कई लूट और नक्सली गतिविधि में भी शामिल होने की पुष्टि जमुई पुलिस द्वारा की गई है.
आगे भी ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे
जमुई पुलिस द्वारा लगातार नक्सली ऑपरेशन में मिल रही सफलता का ही परिणाम है कि अब लंबे अरसे से कोई भी बड़ी नक्सली घटनाक्रम जमुई जिले में नहीं हुई थी. वहीं जमुई पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है. जमुई एसपी ने कहा की आगे भी ऐसे ऑपरेशन जारी रहेंगे.