एजुकेशन से पीएचडी करने वाले युवाओं को एनसीइआरटी देगा तीन साल तक फेलोशिप, जानें कैसे होगा चयन
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) की ओर से एजुकेशन से पीएचडी करने वाले युवाओं को तीन साल तक फेलोशिप दिया जायेगा. एनसीइआरटी ने डॉक्टोरल फेलोशिप शुरू की है, जिससे नये अनुसंधान के रास्ते खुलेंगे. देशभर से 10 प्रतिभावान छात्रों का चयन इंटरव्यू और प्रजेंटेशन के आधार पर किया जायेगा
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीइआरटी) की ओर से एजुकेशन से पीएचडी करने वाले युवाओं को तीन साल तक फेलोशिप दिया जायेगा. एनसीइआरटी ने डॉक्टोरल फेलोशिप शुरू की है, जिससे नये अनुसंधान के रास्ते खुलेंगे. देशभर से 10 प्रतिभावान छात्रों का चयन इंटरव्यू और प्रजेंटेशन के आधार पर किया जायेगा. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन एनसीइआरटी की आधिकारिक वेबसाइट पर करना करना होगा. चुने गये छात्रों को शिक्षा के क्षेत्र में निर्धारित टॉपिक में से किसी एक पर रिसर्च करनी होगी. इसके बदले प्रत्येक छात्र को हर महीने ₹25000 तनख्वाह भी दी जायेगी. हालांकि जो छात्रों नेट क्वालिफाइ नहीं होंगे, उन्हें 23 हजार रुपये प्रति महीना दिया जायेगा. यह स्कॉलरशिप तीन सालों तक हर महीने प्रदान की जायेगी. साथ ही छात्र को एनसीइआरटी के विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए आने-जाने का किराया भी दिया जायेगा.
ग्रेजुएशन व पीजी में 60 प्रतिशत से अधिक मार्क्स जरूरी: एनसीइआरटी
डॉक्टोरल फेलोशिप के लिए ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में 60 प्रतिशत से अधिक अंक होना चाहिए. अभ्यर्थी की उम्र 35 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसमें पीएचडी के अंतर्गत एडमिशन लेने वाले छात्र और पीएचडी के रजिस्ट्रेशन की तैयारी करने वाले छात्र, दोनों ही आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के समय स्नातक, पीजी व पीएचडी से जुड़े शैक्षणिक डॉक्यूमेंट के साथ ही बायोडाटा और 1500 शब्द का कॉन्सेप्ट पेपर देना होगा.
एनसीइआरटी तैयार करेगा मेरिट लिस्ट
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद एनसीइआरटी की ओर से विभिन्न पैमानों पर पात्र आवेदकों की मेरिट लिस्ट तैयार की जायेगी. इसके बाद शॉर्ट लिस्टेड अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जायेगा. इंटरव्यू में आपसे संबंधित विषय पर प्रजेंटेशन भी मांगी जा सकती है. शॉर्ट लिस्टेड कैंडिडेंट्स से यदि सीट नहीं भरेगी, तो दूसरे अभ्यर्थियों को बुलाया जायेगा.