पटना. बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद गठबंधन के घटक दलों में धीरे-धीरे मंत्रिपरिषद को लेकर असंतोष उभरने लगा है. नयी बनी सरकार में निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को मंत्री बनाने को लेकर जहां जीतन राम मांझी ने खुला मोर्चा खोल दिया है, वहीं दूसरे घटक दल लोजपा के चिराग पासवान भी कैबिनेट में जमुई के निर्दलीय विधायक को शामिल करने पर नाराज बताये जा रहे हैं.
सुमित को मंत्री बनाये जाने से नाराज
जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को पटना में पत्रकारों से बात करते हुए अपनी नाराजगी प्रकट की. मांझी ने कहा है कि मुझे दूसरी जगह से मुख्यमंत्री बनाने का ऑफर था, लेकिन मैं नहीं गया. उसके बाद इस सरकार में जो हो रहा है, वह ठीक नहीं है. जीतन राम मांझी ने कहा कि सरकार में निर्दलीय विधायक को मंत्री बना दिया गया है. ऐसी चर्चा हो रही है कि उन्हें मनचाहा विभाग भी दिया जायेगा. ये सरासर गलत है. मैं इसका विरोध करता हूं.
हम को दो मंत्री पद मिले
जीतन राम मांझी ने कहा कि उन्हें विश्वास था कि एनडीए में उनको उनका वाजिब हक मिलेगा. अब उनकी पार्टी को एनडीए सरकार में सिर्फ एक मंत्री पद दिया जा रहा है. ये सरासर गलत है. मांझी ने कहा कि मैंने अमित शाह और नित्यानंद राय समेत बीजेपी के दूसरे नेताओं को कह दिया है कि हम को कम से कम दो मंत्री पद मिलना चाहिये. मांझी ने कहा कि वे अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अनिल कुमार को मंत्री बनवाना चाह रहे हैं. वे चार बार के विधायक हैं औऱ मंत्री भी रह चुके हैं. जीतन राम मांझी ने कहा कि अनिल कुमार के मंत्री बनने से मगध क्षेत्र में उनकी पार्टी का सामाजिक आधार मजबूत होगा.
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अब तक नहीं बंटा विभाग
जीतन राम मांझी ने कहा कि 44 साल से वे राजनीति में हैं और अब तक ऐसा नहीं देखा कि मंत्रियों के शपथग्रहण के पांच दिन बाद भी विभागों का बंटवारा नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री ने तो 28 जनवरी को ही कहा था कि दो-तीन दिनों में मंत्रिमंडल का विस्तार हो जायेगा, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हुआ है. इसलिए जल्द से जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार करने के साथ साथ विभागों का बंटवारा होना चाहिये.
चिराग भी सुमित के नाम पर नाराज
उधर, जमुई से निर्दलीय विधायक सुमित सिंह को मंत्री बनाने से लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान भी नाराज हैं. सुमित सिंह ने पिछले लोकसभा चुनाव में चिराग पासवान का जमुई में जमकर विरोध किया था. नीतीश कुमार ने 2020 में सुमित सिंह को सिर्फ इसलिए मंत्री बनाया था कि वे चिराग पासवान को उनके संसदीय क्षेत्र जमुई में घेरें, लेकिन पर्याप्त बहुमत होने के बावजूद 2024 में भी सुमित सिंह को मंत्री बनाने से ये मैसेज साफ साफ गया है कि नीतीश कुमार चिराग पासवान को निपटाने की रणनीति से अलग नहीं हटे हैं. ऐसे में चिराग पासवान भी नाराज हैं.