I.N.D.I.A के प्रभाव का नतीजा है N.D.A की बैठक, बोले संजय झा- नीतीश कुमार का चुनाव क्षेत्र अभी तय नहीं

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यूपी के फूलपुर से चुनाव लड़ेने संबंधी सवाल पर मंत्री संजय झा ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की जनता की सेवा में तत्पर हैं. नीतीश कुमार का चुनाव क्षेत्र अभी तय नहीं है. वो कहां से चुनाव लड़ेंगे इसपर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है.

By Ashish Jha | August 4, 2023 8:33 PM

पटना. सूचना एवं जनसंपर्क सह जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा है कि नीतीश कुमार का चुनाव क्षेत्र अभी तय नहीं है. वो कहां से चुनाव लड़ेंगे इसपर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. अभी ऐसी कोई बात नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यूपी के फूलपुर से चुनाव लड़ेने संबंधी सवाल पर मंत्री संजय झा ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की जनता की सेवा में तत्पर हैं. साथ ही भाजपा के खिलाफ देशभक्त विपक्षी दलों को एकजुट कर रहे हैं. विपक्षी पार्टियों की एकजुटता (इंडिया) का ही प्रभाव है कि भाजपा अपने घटक दलों (एनडीए) के साथ बैठक करने पर मजबूर हो रही है.

एनडीए की बैठक नहीं बुलायी गयी थी

भाजपा के लोग कहते थे कि विपक्षी दलों को एकजुट करना मुश्किल काम है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर जुटाने का जो मुहिम शुरू किया था अब वह रंग ला रही है. इतने वर्षों में कभी भी एनडीए की बैठक नहीं बुलायी गयी थी. इंडिया गठबंधन की ताकत से घबराई हुई भाजपा ने एनडीए की बैठक बुलाने का निर्णय लिया. मंत्री संजय कुमार झा ने यह बातें शुक्रवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से कहीं. इसके पहले उन्होंने जनसुनवाई में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया.

बिहार में फर्जी एनकाउंटर करने की छूट नहीं

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में कानून का शासन स्थापित कर पूरे देश में संदेश दिया. हमारे यहां पुलिस वालों को फर्जी एनकाउंटर करने की छूट नहीं दी जाती है, मुख्यमंत्री के सुशासन का ही प्रमाण है बिहार में कर्फ्यू लगाये एक जमाना हो गया. उन्होंने बिहार में कभी जातीय और सांप्रदायिक दंगा नहीं होने दिया. इस कार्यक्रम में विधान परिषद में मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ ‘गांधी जी’ एवं प्रदेश महासचिव अरुण कुमार सिंह मौजूद थे.

कम बारिश, चिंता का विषय

बिहार में कमजोर मानसून के कारण सुखाड़ की स्थिति पर जल संसाधन मंत्री संजय झा ने भी अपनी बात रखी. पत्रकारों के सवाल पर मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि जुलाई में अनुमान के मुताबिक 48 फीसदी कम बारिश हुई है. यह चिंता का विषय है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं इन पूरे विषयों पर नजर बनाये हुए हैं.

बारिश नहीं होने से पानी की कमी

मंत्री संजय झा ने कहा कि जल संसाधन विभाग की ओर से सोन नहर, गंडक नहर और कोशी में हम लोग मैक्सिमम पानी पहुंचा रहे हैं. ज्यादातर जगहों पर सरकार नहर के द्वारा पानी पहुंचा रही है. पिछले साल से अधिक क्षेत्र में इस बार सिंचाई का पानी पहुंचाया जा रहा है. दक्षिण बिहार में हम लोगों को समस्या हो रही है. वहां विकट स्थिति है. बारिश ही नहीं हुई है तो जलाशय में पानी कहां से रहेगा. अब सिर्फ 15 प्रतिशत पानी बचा है. वहीं बारिश को लेकर उन्होंने कहा कि आईएमडी की ओर से प्रिडिक्शन तो लगातार हो रहा है कि बारिश होगी, लेकिन बारिश हो नहीं रही है.

हमलोग 80 प्रतिशत तक पानी पहुंचा चुके

संजय झा ने कहा कि सुखाड़ को लेकर हमलोग स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. जल संसाधन का जो लक्ष्य था, उसमें हमलोग 80 प्रतिशत तक पानी पहुंचा चुके हैं. वहीं सरकार को जो मदद करनी है, कृषि फीडर के तहत 8 से 12 घंटा बिजली दे रहे हैं. साथ ही हमलोग इंतजार भी कर रहे हैं बारिश का. क्योंकि कई जगह बिहार में लेट खेती भी होती है. इसलिए अभी सिर्फ नजर रखे हुए हैं.

सुखाड़ में भी शुरू की गई नाइट पेट्रोलिंग

संजय झा ने कहा कि पहली बार हम लोग नहर में नाइट पेट्रोलिंग करवा रहे है. पहले यह काम फ्लड में होता था. उसका फायदा यह है कि ऊपर के इलाके में जो लोग पानी बांध लेते है वो ऐसा नहीं कर पाएंगे और निचले इलाके के लोगों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि पहली बार नाइट पेट्रोलिंग के जरिये नहरों पर नजर रखी जा रही है. अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने के लिए जल संसाधन विभाग की टीमें तत्पर हैं. एक तरफ तो सुखाड़ है. दूसरी तरफ गंगा में कटाव भी हो रहा है. क्या सुखाड़ घोषित हो सकता है. इस पर संजय झा ने कहा कि हम लोग नजर बनाए हुए हैं.

केंद्र की ओर से किसी भी तरह का सहयोग नहीं

संजय कुमार झा ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से अभी तक कोई मदद नहीं हो रही है. कोई सहयोग होगा प्राप्त नहीं हुआ है. बिहार सरकार अपनी क्षमतानुसार किसानों को सुविधा पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि अल्पवृष्टि से उत्पन्न स्थिति के बीच किसानों की सुविधा के लिए जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं.

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