बेतिया. बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. बिहार की सत्ता संभाल रही गठबंधन के घटक दलों के बीच रिश्तों की दरार लगतार चौड़ी होती जा रही है. एक ओर जहां भाजपा अपने घटक दल वीआईपी के खिलाफ मोरचा खोल रखा है, वहीं अब जदयू से भी पार्टी दूरी बनाने लगी है.
नगर निकाय कोटे से विधानसभा की 24 सीटों के लिए होनेवाले चुनाव में भाजपा और जदयू ने सीटों को लेकर समझौता जरूर कर लिया है, लेकिन एक दूसरे के उम्मीदवारों के साथ दोनों दल के नेता खड़े नजर नहीं आ रहे हैं.
ताजा मामला पश्चिम चंपारण का है. यहां स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू है. कलेक्ट्रेट स्थित कार्यालय में निर्वाचन अधिकारी सह डीएम कुंदन कुमार के समक्ष जदयू के प्रत्याशी राजेश राम ने अपना नामांकन दाखिल किया. मौके पर वाल्मीकीनगर सांसद सुनील कुमार, एमएलसी भीष्म सहनी, विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह, जदयू जिला अध्यक्ष शत्रुहन कुशवाहा मौजूद थे.
गौरतलब रहा कि जदयू प्रत्याशी राजेश राम के नामांकन में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के गृह जिले में एनडीए एकजुट नहीं दिखी. नामांकन के दौरान न तो भाजपा का कोई विधायक दिखे और न ही पार्टी के कार्यकर्ता.
नामांकन के छठे दिन प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल किया है. डीएम कुंदन कुमार ने बताया कि 16 मार्च तक सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल की तिथि निर्धारित है. इस अवधि में विधि व्यवस्था के संधारण को लेकर डीएम-एसपी ने संयुक्त आदेश जारी कर मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारी की तैनाती कर दी गयी है. अभ्यर्थी सहित तीन ही लोग निर्वाची पदाधिकारी के कार्यलय में जाने के लिए अधिकृत होंगे.
समस्त निर्वाचन क्षेत्र में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गयी है. इसको लेकर किसी तरह का जुलूस व सभा बिना अनुमति के नहीं करना है. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश का उलंघन करने वाले पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.