NEET Paper Leak : NHAI गेस्ट हाउस मामले में डिप्टी सीएम विजय सिन्हा की कार्रवाई, तीन को किया निलंबित

डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने NHAI गेस्ट हाउस मामले में कार्रवाई करते हुए पथ निर्माण के अधीक्षण अभियंता, कनीय अभियंता और सहायक को निलंबित कर दिया है

By Anand Shekhar | June 20, 2024 7:56 PM
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NEET Paper Leak : नीट पेपर लीक कांड के आरोपित अभ्यर्थियों को रुकने के लिए एनएचएआई गेस्ट हाउस बुकिंग मामले में उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण विभाग के मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सख्त कार्रवाई की है. इसके लिए जिम्मेदार अधीक्षण अभियंता उमेश राय, तत्कालीन कनीय अभियंता और वर्तमान में प्रभारी सहायक अभियंता धर्मेंद्र कुमार धर्मकांत सहित कार्यालय सहायक प्रदीप कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. उन सभी पर विभाग के मंत्री के नाम पर कन्फ्यूजन पैदा करने, काम में लापरवाही, गैरजिम्मेदारी, तथ्य को छिपाने और विभाग को बरगलाने का आरोप है. इस मामले में उपमुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी विस्तृत जांच का आग्रह किया है.

एक मई को कमरा बुक करने के लिए आया था फोन

विजय सिन्हा ने कहा कि उन्होंने पिछले एक साल में पटना समेत जिले के सभी गेस्ट हाउस में ठहरने वालों का ब्योरा मांगा है. उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि करीब एक सप्ताह से यह मामला चल रहा था, लेकिन तीनों आरोपियों ने चुप्पी साध रखी थी. उन्होंने कहा कि विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सचिव संदीप पुडलकट्टी समेत अन्य अधिकारियों की बैठक कर जानकारी हासिल की गई.

पता चला कि एक मई 2024 को तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार के मोबाइल नंबर से रात 9.07 बजे पथ निर्माण में कार्यालय सहायक प्रदीप कुमार के मोबाइल नंबर पर सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए एनएचएआई गेस्ट हाउस में कमरा बुक करने के लिए कॉल आया था. प्रदीप कुमार ने उस दिन संज्ञान नहीं लिया.

परीक्षार्थी अनुराग यादव को गेस्ट हाउस में ठहराया गया था

इसके बाद चार मई को सुबह आठ बजकर 49 मिनट पर प्रीतम कुमार के मोबाइल से प्रदीप कुमार के मोबाइल पर कॉल कर फिर सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए कमरे की बुकिंग कराने के लिए कहा गया. इस बार प्रदीप कुमार ने कमरा बुक करने के लिए तत्कालीन कनीय अभियंता धर्मेंद्र कुमार धर्मकांत सहित अधीक्षण अभियंता उमेश राय को व्हाट्सअप पर यह मैसेज भेज दिया. निलंबित कार्यालय सहायक प्रदीप कुमार ने भी संवाददाता सम्मेलन में बयान देकर इसकी पुष्टि की. हालांकि आवंटन लेटर नहीं निकला, लेकिन एनएचएआई गेस्ट हाउस में लोग रुक रहे थे. नीट के परीक्षार्थी अनुराग यादव को वहां ठहराया गया.

मुख्य आरोपी के लालू परिवार से गहरे संबंध

उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि नीट पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी सिकंदर कुमार यादवेंदु का संबंध तेजस्वी यादव के आप्त सचिव प्रीतम कुमार से है. यही नहीं इस शख्स के घनिष्ठ संबंध लालू परिवार से भी हैं. तेजस्वी यादव के उपमुख्यमंत्री रहते हुए कनीय अभियंता के रूप में कार्यरत सिकंदर कुमार यादवेंदु को पहले जल संसाधन विभाग से नगर विकास विभाग लाया गया. फिर नगर विकास विभाग में दानापुर और बिहटा नगरपरिषद के साथ पटना महानगरीय क्षेत्र तक में प्रभार दिया गया. उसकी ये तमाम पोस्टिंग तेजस्वी यादव के नगर विकास मंत्री रहते हुए की गई.

ये सारे तथ्य इंगित करते हैं कि नीट पेपरलीक के मुख्य आरोपी सिकंदर कुमार यादवेंदु को तेजस्वी यादव का वरदहस्त प्राप्त था. इस मामले में तेजस्वी यादव को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि आखिर सिकंदर यादव नामक यह कनीय अभियंता उनकी सत्ता में इतना प्रभावशाली क्यों और कैसे हो गया ?

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