NEET UG 2023: नीट यूजी 2023 की टाइ ब्रेकिंग पॉलिसी में हुआ बड़ा बदलाव, जानें क्या है नया नियम
NEET UG 2023: नीट यूजी 2023 के लिए टाइ ब्रेकिंग पॉलिसी में बदलाव किया गया है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने कहा है कि अब उम्र के अनुसार रैंक डिसाइड नहीं होगी. अब एक सामान्य अंक रहने पर विषयों के मार्क्स को ध्यान में रखा जायेगा.
NEET UG 2023: नीट यूजी 2023 के लिए टाइ ब्रेकिंग पॉलिसी में बदलाव किया गया है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने कहा है कि अब उम्र के अनुसार रैंक डिसाइड नहीं होगी. अब एक सामान्य अंक रहने पर विषयों के मार्क्स को ध्यान में रखा जायेगा. 2023 की टाइ ब्रेकिंग पॉलिसी के अनुसार इस बार दो छात्रों के एक समान नंबर आने पर सबसे पहले उसके बायोलॉजी के मार्क्स देखे जायेंगे. यानी कि जिस छात्र को बायोलॉजी में अधिक मार्क्स प्राप्त होंगे, उसे ही रैंक में ऊपर रखा जायेगा. अगर किसी स्थिति में बायोलॉजी में भी दोनों छात्रों को समान अंक आते हैं, तो इस स्थिति में छात्रों के फिजिक्स और केमिस्ट्री के मार्क्स की तुलना की जायेगी.
पहले उम्र के अनुसार डिसाइड होती थी रैंक
एनटीए की ओर से जारी इन्फॉर्मेशन बुलेटिन में कहा गया है कि पहले के टाइ ब्रेकर में दो छात्रों के समान अंक आने की स्थिति में एप्लिकेशन नंबर और अधिक उम्र वाले छात्र को वरीयता दी जाती थी. पहले अपनायी जाने वाली टाइ ब्रेकिंग पॉलिसी में बदलाव कर दिया गया है. समान अंक हासिल होने पर पहले बायोलॉजी का देखा जायेगा अंक जब दो छात्रों को नीट यूजी 2023 में समान अंक मिलेंगे, तो रैंक निर्धारित करने के लिए सबसे पहले दोनों के बायोलॉजी के मार्क्स को देखा जायेगा. इसके बाद ही रैंक तय की जायेगी.
Also Read: Bihar Board Result 2023: बिहार बोर्ड के 10वीं की कॉपी चेकिंग की प्रक्रिया लगभग खत्म, जानें कब आएगा रिजल्ट
बायोलॉजी में अधिक मार्क्स पर मिलेगा ऊपर का रैंक
बायोलॉजी में अधिक मार्क्स प्राप्त करने वाले को ही रैंक में ऊपर रखा जायेगा. अगर बायोलॉजी के मार्क्स भी एक समान होंगे, तो केमिस्ट्री के मार्क्स को देखा जायेगा. केमिस्ट्री में भी समान अंक रहने पर फिजिक्स के मार्क्स को देखा जायेगा. जिस छात्र को फिजिक्स में ज्यादा मार्क्स मिलेंगे, उसे ही रैंक में आगे रखा जायेगा. इसके साथ ही जिस स्टूडेंट्स के गलत उत्तरों की गिनती कम होगी उसे रैंक में ऊपर रखा जायेगा. जिस स्टूडेंट के बायोलॉजी में गलत और सही उत्तर का अनुपात कम होगा, उसे टॉप रैंक दी जायेगी. उसके बाद केमिस्ट्री के गलत उत्तर का अनुपात देखा जायेगा. अगर केमिस्ट्री का भी रिजल्ट समान ही आता है, तो फिजिक्स के उत्तर के अनुसार रैंक निर्धारित किया जायेगा.