NEET 2024 मामले की जांच जारी है. बिहार में आर्थिक अपराध इकाई भी इस मामले की जांच में जुटी है. एनटीए ने कई संदिग्ध परीक्षार्थियों के नाम ईओयू को दिए हैं जिनसे पूछताछ का सिलसिला जारी है. बुधवार को इओयू ने दो महिला अभ्यर्थियों से पूछताछ की है. उनसे सॉल्वर गैंग से कनेक्शन से जुड़े सवाल किए गए. 7 और परीक्षार्थियों को इओयू ने पूछताछ के लिए बुलाया है. इधर, नीट यूजी 2024 के रिजल्ट में एक और धांधली सामने आ गयी है. एनटीए के द्वारा जारी आंसर शीट और स्कोर कार्ड के नंबर में बड़ा अंतर दिखा है.
रिजल्ट में एक और धांधली सामने आयी
नीट यूजी 2024 के रिजल्ट में एक और धांधली अब सामने आयी है. अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट की एनटीए के द्वारा जारी आंसर शीट से मिलान करने के बाद जितने नंबर आ रहे हैं, उससे कम नंबर स्कोर कार्ड में मिले हैं. जिसके बाद अब ये भी स्पष्ट हो रहा है कि ओएमआर शीट की जांच में लापरवाही बरती गयी. इसमें अब गड़बड़ी की आशंका जतायी जा रही है.
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जिन अभ्यर्थियों के मामले पकड़ में आए
ऐसे कुछ केस सामने आए हैं. जैसे डॉली कुमार एक अभ्यर्थी हैं जिनका एप्लीकेशन नंबर- 240411585061 और रौल नंबर –1402040047 है. गुवाहाटी(असम) में इनका एग्जाम सेंटर पड़ा था. जब डॉली कुमारी ने ओएमआर शीट और एनटीए से जारी आंसर-की से मिलान किया तो उनके 608 अंक आ रहे थे. जबकि स्कोर कार्ड पर इस अभ्यर्थी को महज 357 नंबर मिले हैं. ऐसा ही एक मामला अभ्यर्थी तनुश्री का है. जिसका रौल नंबर 1502210082 और एप्लीकेशन नंबर 240410685384 है. तनुश्री को ओएमआर शीट से मिलान के बाद 669 अंक मिलने थे. लेकिन स्कोर कार्ड में 604 नंबर ही दिए गए हैं. ऐसे मामलों से अब बड़ी गड़बड़ी की आशंका जाहिर की जा रही है.
दो महिला परीक्षार्थियों से इओयू ने की पूछताछ
बता दें कि नीट पेपर विवाद मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई के दफ्तर में दो महिला अभ्यर्थी बुधवार को पहुंचीं. जिसमें एक अभ्यर्थी ने अपना नाम ईशा बताया. जबकि दूसरी अभ्यर्थी ने नाम बताने से इंकार किया. इओयू की नोटिस पर ये पहुंची थीं. इनसे पेपर विवाद मामले में पूछताछ किया गया. ईशा ने बताया कि पटना के सगुना मोड के पास इंदिरापुरम के सेंटर में उसने परीक्षा दी थी. सूत्र बताते हैं कि इन अभ्यर्थियों का रॉल नंबर गिरफ्तार हुए सॉल्वर गैंग के पास से मिले हैं. एनटीए ने इन रॉल नंबर व डिटे जानकारी इओयू को भजी थी. एजेंसी अब उनके बयान की वैज्ञानिक तरीके से जांच करेगी. सॉल्वर गैंग से कनेक्शन खंगाला गया और परीक्षा से पहले उत्तर रटवाने से जुड़े सवाल इन अभ्यर्थियों से पूछे गए.
पूर्व मंत्री के पीए का नाम उछला
इधर, बिहार में कथित पेपर लीक विवाद ने अब सियासी रंग भी ले लिया है. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया है कि एनएचआइ गेस्ट हाउस मे पकड़े गये लोगों का कनेक्शन एक पूर्व मंत्री के पीए से है. इसकी जानकारी पता की जा रही है. डिप्टी सीएम ने कहा कि पकड़े गए लोगों को यह बताना होगा कि किस मंत्री या किनके लोगों का वो इस्तेमाल कर रहे थे. किसके कहने पर इस तरह से बुकिंग हो रही थी. विजय सिन्हा ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से राजद का संरक्षण भी ऐसे लोगों को मिलने का दावा किया है. हालांकि जांच अभी जारी है.