पटना. राजधानी में अपनी बुआ से मिलने आया 15 वर्षीय छात्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद मीठापुर बस स्टैंड से लेकर स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. खतरे को देखते हुए बस स्टैंड व परिवहन विभाग भी सतर्क हो गया है. जानकारी के अनुसार नालंदा जिले के राजगीर ब्लॉक इलाके के रहने वाला 15 वर्षीय छात्र रविवार को अपनी बुआ के घर निजी काम से आया था.
सोमवार को वह वापस अपने गांव जा रहा था. मीठापुर बस स्टैंड पर जैसे ही पहुंचा वहां कोरोना जांच कर रहे स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संदिग्ध देखते हुए छात्र का एंटीजन जांच किया. इसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया.
मीठापुर बस स्टैंड में जांच कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम की अनदेखी देखने को मिला. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पॉजिटिव आने के बाद छात्र को आम यात्रियों की तरह ही छोड़ दिया गया.
न तो मरीज को अशोक होटल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भेजने की बात कही गयी और नहीं कोई पूछताछ. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस स्टैंड परिसर में कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं कराया गया. छात्र को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती के बजाये जैसे-तैसे ही नालंदा भेज दिया गया. इससे बस स्टैंड के यात्रियों में दहशत का माहौल था.
पटना के सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि पॉजिटिव मिलने वाले मरीजों को शहर के होटल अशोका में या खुद के होम आइसोलेशन में रहने के लिए निर्देश जारी किया गया है. वहीं मीठापुर में जिस छात्र को पॉजिटिव आने का मामला आया है इसकी जानकारी नहीं है. छात्र को कैसे घर भेजा गया इस संदर्भ में जिम्मेदार अधिकारियों से बातचीत की जायेगी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha