वैक्सीन का दूसरा डोज लेने नहीं पहुंच रहे 52 हजार बच्चे, याद दिलाने के बाद भी लापरवाह दिख रहे पटना के लोग

शहर के साथ ही पटना जिले के अन्य हिस्सों में कोरोना के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. इसके बावजूद बच्चों का वैक्सीनेशन अधर में फंसा है. जिले के करीब 52 हजार बच्चे सेकेंड डोज लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 14, 2022 9:28 AM

पटना. शहर के साथ ही पटना जिले के अन्य हिस्सों में कोरोना के मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है. इसके बावजूद बच्चों का वैक्सीनेशन अधर में फंसा है. जिले के करीब 52 हजार बच्चे सेकेंड डोज लेने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. जबकि इन बच्चों को लगातार दो बार याद दिलानेदिलाया गया. यहां बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से 12 से 14 व 15 से 18 आयु वर्ग के किशोरों को कोर्बेवैक्स वैक्सीन नि:शुल्क लगायी जा रही है.

15 प्रतिशत बच्चे टीका से वंचित

वैक्सीनेशन सेंटर से जुड़े अधिकारियों की मानें, तो जुलाई महीने में ही बच्चों का वैक्सीनेशन पूरा हो जाना चाहिए था. लेकिन लक्ष्य के मुकाबले करीब 15 प्रतिशत बच्चे अब भी बचे हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीनेशन के लिए 15 से 18 वर्ष के करीब पांच लाख किशोर और 12 से 14 आयु वर्ग में ढाई लाख बच्चों का चयन किया था. पहला डोज तो सभी बच्चों ने लगवाया पर दोनों केटेगरी में करीब 52 हजार बच्चे और किशोर सेकेंड डोज लगवाने के लिए नहीं आये.

दो बार मैसेज भी किये गये

विभाग के अधिकारियों ने इनको ढूंढने के लिए दो बार मैसेज भी किये. इसके साथ ही टीमें भी भेजी, तो इनमें अधिकांश बच्चे व किशोर नहीं आये तो कुछ के पते गलत निकले, इसके अलावा कई के मोबाइल नंबर भी बंद आ रहे थे. वहीं कुछ बच्चे ऐसे भी थे, जिनके पते पर टीम गयी, तो उनके मकान में कोई नहीं था.

टीका लगाने के लिए अपील

वहीं सिविल सर्जन डॉ केके राय ने बताया कि सेकेंड डोज लगवाने के लिए लगातार कैंप कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लेकिन कुछ ऐसेलोग हैं, जो उत्सुकता नहीं दिखा रहे हैं. हालांकि ऐसे भी बच्चे हैं, जो सेकेंड डोज लगवाने आ रहे हैं. लक्ष्य पूरा करने के लिए गठित टीम के सदस्य लगातार प्रयास कर टीका लगाने के लिए अपील कर रहे हैं.

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