पटना पुलिस की टीम ने शनिवार को बाइपास थाने के मरची गांव के पास 24 फरवरी को देर रात हुए प्रोपर्टी डीलर संजीव कुमार उर्फ कुक्कु महतो व उनके सहयोगी राजेश कुमार उर्फ गोरख महतो हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया. हत्यारा कोई और नहीं बल्कि संजीव का पड़ोसी विकास निकला. संजीव का घर मेहंदीगंज में था और उसके बगल में ही विकास का भी घर है.
संजीव को विकास पर उसकी पत्नी से अवैध संबंध होने का शक था और इसके कारण वह हमेशा विकास को प्रताड़ित करता था. जिससे विकास काफी परेशान था और उसने दिसंबर 2022 में ही संजीव को मौत के घाट उतारने की योजना बनायी, लेकिन यह सफल नहीं हो सका. इसके बाद इसने अपने एक सहयोगी से 25 हजार में पिस्टल खरीदी और संजीव को मरची गांव के पास गोलियों से भून दिया. चूंकि उस समय राजेश भी वहां पर था, जिसके कारण उसे भी विकास ने मार दिया. हत्या करने के बाद भी विकास का मन नहीं भरा और वह फिर से घटनास्थल पर वापस लौटा और संजीव व राजेश के चेहरे को पत्थर से कुचल दिया. इसके बाद वापस घर लौट आया.
पुलिस ने विकास को गिरफ्तार करने के साथ ही घटना में प्रयुक्त पिस्टल, दो मैगजीन, पल्सर बरामद आदि भी बरामद कर ली है. पकड़ा गया विकास पहले एक कंपनी में स्टोर मैनेजर की नौकरी करता था. एक साल पहले ही उसकी शादी हुई थी. लेकिन फिर भी संजीव उस पर शक करता था. इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी के निर्देश पर सिटी एसपी पूर्वी संदीप सिंह के नेतृत्व में पटनासिटी डीएसपी अमित शरण, बाइपास थानाध्यक्ष व आसूचना ईकाई के तेजतर्रार पुलिस ऑफिसर विनय प्रकाश व अन्य की एक टीम बनायी गयी.
पुलिस टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया और फिर शव को ध्यान से देखा तो यह पता चल गया कि घटना का क्या कारण हो सकता है. प्रोपर्टी डीलर व उसके सहयोगी के चेहरे को कुचल दिया गया था, जिससे यह स्पष्ट था कि किसी ने अपना प्रतिशोध लिया है. और, आमतौर पर इस तरह की हत्याएं अवैध संबंधों के कारण ही की जाती है. इसके कारण टीम का ध्यान संजीव कुमार के करीब व आसपास के लोगों पर आकर टिक गयी, क्योंकि पुलिस समझ चुकी थी कि हत्या कोई बाहर का नहीं है, बल्कि आसपास का ही है. इसके बाद टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि संजीव का हमेशा विकास से विवाद होता था. विकास हत्या करने के बावजूद घर से नहीं भागा था.
पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने साफ तौर पर इंकार कर दिया, लेकिन वह पुलिस के कई प्रश्नों में उलझ गया और फिर अंत में हत्या करने की बात को स्वीकार कर लिया. उसने पुलिस को जानकारी दी कि संजीव को इस बात का शक था कि उसका उसकी पत्नी से अवैध संबंध है और इसे लेकर वह हमेशा प्रताड़ित करता था. इसके कारण वह काफी परेशान हो चुका था. इसी का बदला लेने के लिए उसने हत्या की है.
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सिटी एसपी पूर्वी संदीप सिंह ने बताया कि उसने दिसंबर से लेकर फरवरी तक संजीव की हत्या करने के लिए तीन बार प्रयास किया. लेकिन असफल रहा. वह जानता था कि संजीव कब अपनी जमीन पर जाता है और कब लौटता है. इसके बाद उसने 25 हजार रुपये में पिस्टल खरीदी और मरची स्थित संजीव के जमीन के पास इंतजार करने लगा. जैसे ही संजीव अपने सहयोगी राजेश के साथ पहुंचा, वैसे ही उसने दोनों की गोली मार कर हत्या कर दी और फिर चेहरे को भी पत्थर से कुचल दिया. इसके बाद वह अपने घर वापस लौट आया. वह ऐसा व्यवहार करता था, जैसे वह कुछ जानता ही नहीं है. लेकिन फिर उसे पकड़ा गया और पूछताछ की गयी तो सारी कहानी सामने आ गयी.