बिहार के सीतामढ़ी जिला के सोनबरसा प्रखंड मुख्यालय से सटे नेपाल के सर्लाही जिले मलंगवा में हिंसा जारी है. रविवार की रात बड़ी संख्या में उपद्रवियों ने कर्फ्यू का उल्लंघन कर तकरीबन आठ घरों में तोड़फोड़ व आगजनी की. सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया. नेपाली मीडिया के मुताबिक, शनिवार को झड़प व हिंसा के तीसरे दिन जिला प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में कुछ ढील दी गयी थी. मध्य रात्रि में मलंगवा शहर के वार्ड नंबर चार में पुन: दो गुटों में झड़प हो गयी. इस दौरान अफरातफरी व भागमभाग के बीच उपद्रवियों ने आठ घरों को आग के हवाले कर दिया. इसमें एक बाइक भी जलकर खाक हो गयी. उपद्रवी गुटों ने एक दूसरे पर रोड़ेबाजी की.
सूचना मिलने पर प्रमुख जिलाधिकारी (सीडीओ) इंद्रदेव यादव एवं एसपी नरेश राज सुवेदी भारी संख्या में नेपाल पुलिस व सशस्त्र प्रहरी के साथ पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. जिला प्रशासन ने माइकिंग कर लोगों को शांति व सौहार्द बनाने की अपील की है. बताया जाता है कि फायर बिग्रेड के सहयोग से आग पर काबू पा लिया गया. नेपाली मीडिया के मुताबिक, हिंसा व उपद्रव मामले में कुल 37 लोगों को अबतक गिरफ्तार किया गया है. हिंसा प्रभावित इलाके में नेपाल आर्मी को तैनात किया गया है. भारत से लगी तमाम सीमा चौकियों का बैरियर बंद कर वहां सघन चौकसी की जा रही है. मलंगवा में बढ़ते तनाव को लेकर सीडीओ ने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का आदेश दिया है.
गम्हरिया गांव के सैकड़ों लोग कर्फ्यू के बीच घुसपैठ करने की कोशिश की, जिसे मौजूद सशस्त्र प्रहरी ने अश्रु गैस छोड़कर वापस कर दिया. इसके बाद उक्त लोग कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र के बाहर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. मलंगवा मुख्यालय चौक के समीप उपद्रवी तत्वों ने दो दुकानों में आग लगा दी, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से आग पर काबू पा लिया गया.
उधर, भारतीय सीमा क्षेत्र में भी भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 51वीं बटालियन के जवान लगातार गश्त लगा रहे हैं. कंपनी कमांडर सह सहायक कमांडेंट हिमांशु राठौर ने बताया कि भारतीय सीमा चौकियों पर सघन गश्ती की जा रही है. मलंगवा में जारी हिंसा का प्रभाव भारतीय बाजारों में भी दिख रहा है. कर्फ्यू लगने तथा सीमा बंद होने से नेपाल से खरीदार नहीं आ रहे हैं. इससे सोनबरसा व कन्हौली बाजार में सन्नाटा पसरा है.