भारत में घुसपैठ करते निजामुद्दीन मरकज के जमाती मौलाना को नेपाली पुलिस ने बॉर्डर पर दबोचा
सीमा पार नेपाल से बैरगनिया नगर पंचायत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे निजामुद्दीन मरकज के एक जमाती मौलाना को बॉर्डर पर तैनात नेपाली पुलिस ने पकड़ कर नेपाल के लौकाहा विद्यालय स्थित क्वारेंटिन सेंटर में क्वारेंटिन किया है.
सीतामढ़ी. सीमा पार नेपाल से बैरगनिया नगर पंचायत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे निजामुद्दीन मरकज के एक जमाती मौलाना को बॉर्डर पर तैनात नेपाली पुलिस ने पकड़ कर नेपाल के लौकाहा विद्यालय स्थित क्वारेंटिन सेंटर में क्वारेंटिन किया है. सीमा से सटे गौर नगरपालिका वार्ड चार टिकुलिया के वार्ड पार्षद भुवनेश्वर शाही ने बताया कि संदिग्ध स्थिति में गांव के रोड पर बैठे करीब 65 वर्षीय वृद्ध से पूछताछ में पता चला कि वह नेपाल के रौतहट जिले के राजपुर नगरपालिका वार्ड तीन का रहने वाला है. बताया कि तीन दिन पहले वह दिल्ली से यूपी ट्रक से आया था फिर वहां से पैदल नेपाल आ गया.
वह दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मरकज में भी भाग लिया था. उसने बताया कि बैरगनिया के अशोगी में उसके बेटे का ससुराल है जहां जाने के लिये इंडो-नेपाल के सील बॉर्डर से घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था. वार्ड पार्षद ने संदिग्ध व्यक्ति की सूचना गौर के डीएम, एसपी व मेयर अजय गुप्ता को दी. सूचना पर पहुंचे नेपाल पुलिस के जवानों ने संदिग्ध घुसपैठी को सेनेटाइज कर उसे शुक्रवार को क्वारेंटिन सेंटर भेज दिया. गौर के एसपी ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति का स्क्रीनिंग करने के बाद उसके सेम्पल को जांच के लिये काठमांडू भेजा गया है.
मालूम हो कि इससे पहले भी बॉर्डर से 6 किलोमीटर उतर अवस्थित नेपाल के औरैया मोतीपुर गांव में कोरोना संक्रमण का एक पॉजिटिव मरीज मिला था. वह भी दिल्ली से लॉक डाउन की अवधि में नेपाल लौटा था. बॉर्डर के निकट के गांव में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने व जमाती मौलाना को भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश करने की खबर के बाद सीमावर्ती इलाके में दहशत कायम हो गया है. बताया जा रहा है कि भारत-नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठाकर बॉर्डर सील होने के बाबजूद भी घुसपैठियो का भारतीय सीमा क्षेत्र में आवाजाही जारी है.