मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के शास्त्रीनगर में योग केंद्र और अधिकारी आवास का उद्घाटन कर पत्रकारों को बताया कि पुराने सरकारी भवनों को हटाकर नये भवन बनेंगे. इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि योगाभ्यास के लिए पटना में भी इंतजाम किया गया है. योग केंद्र के उद्घाटन के दौरान विश्व योग पीठ, मुंगेर के परमाचार्य स्वामी निरंजनानंद सरस्वती और बिहार योग विद्यालय मुंगेर के प्रतिनिधि भी मौजूद थे. उनके बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि इनसे हमारी बातचीत एक जमाने से होती रहती है. इनसे हमने कहा कि योग का एक केंद्र पटना में रहेगा तो बहुत अच्छा होगा. उन लोगों ने इस पर अपनी सहमति दे दी. मुख्यमंत्री ने योग एवं ध्यान केंद्र परिसर में स्थित पुस्तकालय एवं अन्य योग- कमरों को भी देखा और योग एवं ध्यान केंद्र परिसर में पौधारोपण भी किया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में योग केंद्र बनाया गया है. उनकी तरफ से लोग यहां आकर योग की ट्रेनिंग देंगे. उन लोगों के यहां रहने और मुंगेर से पटना आने-जाने की सुविधा सरकार के द्वारा उपलब्ध करायी जायेगी, यह लोगों के हित में है. हमलोग तो योग करते ही हैं. पटना में योग केंद्र खुलने से मुझे काफी खुशी हुई है. मुंगेर के योग केंद्र में जो भी आवश्यकता थी, हमलोगों ने उसमें सहयोग किया है. भवन निर्माण विभाग एवं बिहार योग विद्यालय, मुंगेर के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर होने के पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक औपचारिकता है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योग एवं ध्यान के लिए यहां आनेवाले प्रशिक्षकों के रहने-खाने, आवागमन एवं अन्य सुविधाओं की व्यवस्था करें. उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो और ठीक ढंग से लोगों का प्रशिक्षण हो सके, इसका ध्यान रखें.
वरीय पदाधिकारियों के लिये बने नवनिर्मित आवास से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों के लिए यहां पर भवन का निर्माण कराया गया है, अभी और आवास का निर्माण किया जाना है. किसी भी अधिकारी को रहने में कोई दिक्कत नहीं होगी. नया भवन दिखने में काफी सुंदर लगता है. उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित भवन के पहले और सातवें तल्ले का निरीक्षण किया. इस दौरान बेडरूम, ड्राइंगरूम, किचन और बालकनी सहित अन्य कमरों आदि को देखा.