बिहार में नहीं थम रहा डेंगू का कहर, मुजफ्फरपुर में 9 तो जहानाबाद में 5 नये संक्रमित मिले
शुक्रवार को एसकेएमसीएच में डेंगू जांच के दौरान 9 नये केस में डेंगू की पुष्टि हुई है. वहीं एक मरीज में डेंगू व चिकनगुनिया दोनो मिले है. जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा.सतीश कुमार ने इसकी पुष्टि की है. अभी तक जिले में 177 डेंगू के मरीज मिले है.
पटना. पटना जिले में डेंगू के मरीज लगतार तेजी से बढ़ रहे हैं. राजधानी और आसपास के विभिन्न इलाकों में डेंगू के नये मरीज लगातार मिल रहे हैं. शुक्रवार को पटना जिले में डेंगू के 164 नये केस मिले. पटना और आसपास इलाके में अब तक 2728 केस मिल चुके हैं. वहीं अब तक विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 106 मरीज भर्ती हुए है. इसमें पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच, एम्स आदि शामिल है. आज आठ मरीज पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच में भर्ती हुए है. वहीं चार डेंगू मरीज ठीक होकर घर वापस लौटे. मिली जानकारी के अनुसार सबसे अधिक मरीज पाटलिपुत्र अंंचल में मिले हैं. यहां 45 मरीज मिले हैं. बांकीपुर अंचल में 13, कंकड़बाग में 6, पटना सिटी में तीन, अजीमाबाद में 2, फुलवारी शरीफ में 3 और दानापुर में दो नये मरीज मिले हैं.
अभी तक जिले में 177 डेंगू के मरीज मिले
मुजफ्फरपुर जिले में डेंगू मरीजों की संख्या में बढने लगी है. अब हर दिन छह से दस मरीज मिलने लगे है. शुक्रवार को एसकेएमसीएच में डेंगू जांच के दौरान 9 नये केस में डेंगू की पुष्टि हुई है. वहीं एक मरीज में डेंगू व चिकनगुनिया दोनो मिले है. जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा.सतीश कुमार ने इसकी पुष्टि की है. अभी तक जिले में 177 डेंगू के मरीज मिले है. जिला वेक्टरजनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि लैब से आयी जांच में जिले के कुल 9 डेंगू के मरीज मिले है. एसकेएमसीएच व निजी अस्पतालों में इलाज के लिये भर्ती मरीजों का मॉनिटरिंग की जा रही है.
निजी अस्पतालों में भी जो डेंगू मरीज की पुष्टि
उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों में भी जो डेंगू मरीज की पुष्टि हो रही है. उनका ब्लड सैंपल लेकर लबोरेटरी में एलाइजा जांच के लिये भेजा जा रहा है. मरीज मिलने के साथ ही सभी पीएचसी को अलर्ट किया गया है. जहां मरीज का घर है उसके आसपास एक सौ घर के इर्द-गिर्द फागिंग करायी जा रही है. इसके साथ ही लर्वा मारने वाली दवा का छिड़काव जहां पर जलजमाव है वहां पर कराया जा रहा है. सभी पीएचसी में दवा छिड़काव की मशीन उपलब्ध है.वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि शहर के लिए माइक्रोप्लान तैयार किया गया है.
जहां मिल रहे डेंगू मरीज वही स्वास्थ्य विभाग करा रहा छिडकाव
जिले के ग्रामीण इलाकों में जहां डेंगू मरीज मिल रहे है, उसी घर के आसपास स्वास्थ्य विभाग छिडकाव करा रहा है. जहां मरीज नहीं मिले है और जल जमाव भी है तो स्वास्थ्य विभाग छिडकाव नहीं करा रहा है. ऐसे में बारिश का पानी जमा होने से डेंगू के मच्छर पनप रहे हैं. यह मच्छर बीमारी फैला रहे हैं. लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. बारिश के पानी में डेंगू मच्छर ना पनपे इसके लिये लोग खुद ही इंतजाम कर रहे है. क्योंकि साफ पानी में ही डेंगू के मच्छर का लार्वा पनपता है.
जहानाबाद में डेंगू का कहर जारी, फिर मिले पांच नये मरीज
जहानाबाद जिले में डेंगू का कहर लगातार जारी है. डेंगू के मच्छर नये लोगों को अपनी चपेट में ले रहे हैं. ताजा मामले में फिर पांच नये मरीज मिले हैं. इनमें काको थाना क्षेत्र में दो मरीज मिले हैं, जबकि हुलसगंज, ओकरी और आइजीआइएमएस में डेंगू का एक-एक मरीज पाया गया है. इसके साथ ही जिले में अब डेंगू से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़कर 48 हो गयी है. हालांकि इनमें से वैसे मरीजों की संख्या अधिक है जो जिले या राज्य से बाहर रहकर पढ़ाई या कोई काम कर रहे थे. डेंगू की रोकथाम के लिए सदर अस्पताल सहित जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में अलग से डेंगू वार्ड बनाये गये हैं.
सदर अस्पताल में 10 बेडों का डेंगू वार्ड
सदर अस्पताल में 10 बेडों का डेंगू वार्ड बनाया गया है. सदर अस्पताल सहित सभी अस्पतालों में किट से डेंगू की जांच की सुविधा उपलब्ध है, जबकि सदर अस्पताल में सितंबर माह में एलिजा टेस्ट की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है. हालांकि निजी क्लिनिकों में इलाज करने वाले डेंगू के मरीजों की संख्या आधिकारिक रूप से घोषित मरीजों की संख्या से कई गुना अधिक है. एक आकलन के अनुसार जिले के निजी क्लिनिक में अब तक 200 से अधिक डेंगू के मरीजों का इलाज किया जा चुका है.
निजी क्लिनिक वाले नहीं देते हैं सूचना
सरकारी और निजी स्तर पर डेंगू मरीजों के भारी अंतर है. इसके बावजूद जिले के निजी क्लिनिकों में इलाज करने के लिए आने वाले डेंगू मरीजों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी जा रही है. जिलाधिकारी रिची पांडेय के निर्देश के बाद सिविल सर्जन के द्वारा निजी जांच घरों की बैठक कर उन्हें उनके यहां जांच किट में डेंगू पॉजिटिव पाये जाने वाले मरीजों की सूचना निकट के सरकारी अस्पताल अथवा सिविल सर्जन कार्यालय को देने का निर्देश दिया गया था. हालांकि इसमें भी निजी जांच घर संचालक कोताही बरतते हैं.
पिछले वर्ष के मुकाबले कम हैं मरीज
पिछले साल की तुलना में इस साल जिले में डेंगू से प्रभावित मरीजों की संख्या में कमी है. गत वर्ष बड़े पैमाने पर लोग डेंगू से पीड़ित हो रहे थे. हालांकि इस वर्ष भी जिले में डेंगू का प्रभाव है किंतु पिछले वर्ष के मुकाबले कम देखा जा रहा है. इस साल डेंगू से अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं आई है, जबकि पिछले साल डेंगू से प्रभावित मरीजों की मौत भी हुई थी.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ सदा खातून उस्मानी कहते हैं कि जिले में डेंगू से निबटने की पूरी तैयारी है. सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी में डेंगू वार्ड ब नाये गये हैं. डेंगू मरीज से संबंधित सभी दवाएं उपलब्ध हैं. प्रभावित क्षेत्रों में फॉगिंग करायी जा रही है.