नयी पहल : बिहार के अरवल जिले के थानों में वायस रिकॉर्डिंग के माध्यम से लिखी जा रही है केस डायरी
बिहार में पहली बार अरवल जिले में सभी थाने के अनुसंधानकर्ता वायस रिकॉर्डिंग के माध्यम से केस डायरी लिखेंगे. एसपी राजीव रंजन की इस अनोखी पहल पर जिले के सभी थानों में इस तरह की व्यवस्था गयी है. इसके लिए सभी थानों में छह-छह कंप्यूटर व प्रिंटर की व्यवस्था हुई है.
अरवल : बिहार में पहली बार अरवल जिले में सभी थाने के अनुसंधानकर्ता वायस रिकॉर्डिंग के माध्यम से केस डायरी लिखेंगे. एसपी राजीव रंजन की इस अनोखी पहल पर जिले के सभी थानों में इस तरह की व्यवस्था गयी है. इसके लिए सभी थानों में छह-छह कंप्यूटर व प्रिंटर की व्यवस्था हुई है.
दिया गया है प्रशिक्षण
एसपी की ओर से सभी अनुसंधानकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण देकर वायस रिकॉर्डिंग के माध्यम से केस डायरी लिखने के लिए प्रशिक्षित भी किया गया है. साथ ही अभियान चलाकर सभी अनुसंधानकर्ताओं से वायस रिकॉर्डिंग के माध्यम से केस डायरी लिखवायी जा रही है. अनुसंधानकर्ता आसानी से कंप्यूटर के सामने बोलकर केस डायरी लिखेंगे. अनुसंधानकर्ता जो भी बोलेंगे, वह सीधा कंप्यूटर में टाइप होगा. साथ ही उनके द्वारा लिखी गयी केस डायरी मोबाइल में भी आ जायेगी, ताकि अनुसंधानकर्ता कहीं भी जाकर मोबाइल के माध्यम से केस डायरी आसानी से देख सकेंगे.
अनुसंधानकर्ता ऑनलाइन भी देख सकेंगे डायरी
सबसे बड़ी बात यह है कि अनुसंधानकर्ता जिस केस की डायरी लिखेंगे, वह सीसीटीएनएस पर भी ऑनलाइन हो जायेगी. सीसीटीएनएस पर केस डायरी ऑनलाइन हो जाने पर कोर्ट को भी यह आसानी से उपलब्ध होगी, जिसके कारण कोर्ट द्वारा केस को निष्पादन करने में काफी आसानी होगी.
समय की हो रही बचत
अरवल के एसपी राजीव रंजन ने इस संबंध में कहा कि अरवल जिले के सभी थानों में वायस रिकॉर्डिंग के माध्यम से अनुसंधानकर्ता केस की डायरी लिख रहे हैं, ताकि अनुसंधानकर्ता का समय बचे और ज्यादा-से-ज्यादा केस का अनुसंधान कर सके. इसके लिए यह नयी तरकीब अपनायी गयी है.
posted by ashish jha