बिहार से यूपी पहुंची नई पेंशन निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा, पुरानी पेंशन बहाली के लिये कर्मचारी एकजुट
नई पेंशन (New Pension Scheme) निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा की शुरुआत 1 जून 2023 को बिहार के चंपारण से शुरू हुई थी. यह स्थान वही है जहां से महात्मा गांधी ने आंदोलन की शुरुआत की थी. एनपीएस निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा की शुरुआत उसी भूमि से की गयी है.
लखनऊ: नई पेंशन स्कीम (New Pension Scheme) निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा 1 जून को चंपारण बिहार से चलकर बलिया उत्तर प्रदेश पहुंच गयी. बलिया कलेक्ट्रेट परिसर में हजारों की संख्या में टीचर्स, कर्मचारी, अधिकारियों ने यात्रा में आये कर्मचारी नेताओं का स्वागत किया. नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन (NMOPS) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अटेवा (ATEWA) के प्रदेश अध्यक्ष विजय बंधु के नेतृत्व में यह यात्रा निकाली जा रही है.
पुरानी पेंशन बहाली न हुई तो होगी ‘वोट की चोट’
विजय बंधु ने इस मौके पर कहा कि आप लोग पूरे देश 1 करोड की संख्या में है. यदि एक परिवार के 5 वोट भी जोड़ लें तो संख्या पहुंचकर 5 करोड़ होती है. यदि ये सरकार पुरानी पेंशन (Old Pension Scheme) व्यवस्था बहाल नहीं करती तो वोट की चोट से इस सरकार को हटाकर नई सरकार दिल्ली में बनवाएंगे. जिस तरह से हिमाचल प्रदेश एवं कर्नाटक में किया गया, वैसे ही पूरे देश में करेंगे. उन्होंने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल नहीं होगी एवं निजीकरण समाप्त नहीं होगा, तब तक चुप नहीं बैठेंगे.
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01 अक्टूबर को दिल्ली में शंखनाथ रैली
कर्मचारी नेता अशोक कुमार ने कहा कि आप लोग इसी तरह से तन मन धन से डटे रहिये. आपको पुरानी पेंशन बहाल (Old Pension Scheme) होगी, चाहे ये सरकार करें चाहे वो सरकार करें. आगे उन्होंने बताया कि आप लोग शंखनाद रैली दिल्ली में 1 अक्टूबर 2023 को होने वाली है. उसमें अधिक से अधिक संख्या पहुंचकर शंखनाद रैली को कामयाब बनायें.
जय युवा जय अटेवा के उद्घोष से हुआ यात्रा का स्वागत
इससे पहले बलिया पहुंची यात्रा का ‘जय युवा जय अटेवा’ के उद्घोष के साथ स्वागत किया गया. विजय बंधु राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके साथ लखनऊ से पीडब्लूडी के कर्मचारी नेता भरतसिंह, चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के प्रधान सचिव अशोक कुमार, जितेंद्र बहादुर सिंह, अटेवा महामंत्री नीरजपति त्रिपाठी, हिमाचल के अटेवा लीडर आदि मौजूद थे. बलिया में जनसभा का समापन कर यात्रा गाजीपुर के लिये रवाना हो गयी.
चंपारण से महात्मा गांधी ने भी की थी आंदोलन की शुरुआत
NMOPS के मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि NPS निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा की शुरुआत 1 जून 2023 को बिहार के चंपारण से शुरू हुई थी. यह स्थान वही है जहां से महात्मा गांधी ने आंदोलन की शुरुआत की थी. अब NPS निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा की शुरुआत उसी भूमि से की गयी है.
पोस्टर लांच के साथ यात्रा का हुआ शुभारंभ
डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि यात्रा का शुरुआत से पहले चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के महासचिव श्री अशोक कुमार द्वारा एक पोस्टर भी लांच किया गया. पीडब्ल्यूडी कर्मचारी संघ के वरिष्ठ नेता भारत सिंह ने कहा कि अटेवा/NMOPS की यात्रा को ऐतिहासिक बनाने का काम सभी कर्मचारी करेंगे. लुआक्टा के डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि अब भारत सरकार को पुरानी पेंशन बहाल कर देनी चाहिये. क्योंकि हाल ही में 5 राज्यों ने भी पुरानी पेंशन बहाल कर दी है.
Old Pension Scheme का मार्ग प्रशस्त करेगी यह यात्रा
वाणिज्य कर विभाग के वरिष्ठ कर्मचारी नेता जेपी मौर्य ने कहा कि चंपारण की धरती से शुरू होने वाली यात्रा ही पुरानी पेंशन बहाली (Old Pension Scheme) का मार्ग प्रशस्त करेगी. उप्र ड्राइंग स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित यादव ने कहा कि ड्राइंग स्टाफ असोसिएशन के पदाधिकारी अपने अपने जनपद में NPS निजीकरण भारत छोड़ो यात्रा का पूरे प्रदेश में स्वागत करेंगे. यात्रा का अंशू केडिया महामंत्री लुआक्टा, नरेंद्र कुमार सिंचाई विभाग, संजय सिंचाई ड्राईवर संघ, विपिन चौधरी वाणिज्य कर, सतेंद्र, जितेंद्र, महेंद्र, गीतांशु वर्मा, राजकीय नर्सेज संघ ने समर्थन किया है.