राज्य के शहरी इलाकों में जलापूर्ति की नयी योजनाएं शुरू करने का निर्णय लिया गया है, ताकि नये इलाकों में शुद्ध नल से जल पहुंच सके और पुरानी वैसी योजनाओं को भी नयी योजनाओं से जोड़ा जा सके. इसके लिए सरकार ने पीएचइडी को दिशा-निर्देश दिया है. इसके बाद पीएचइडी नगर विकास विभाग के सहयोग से शहरी इलाकों में पानी की रिपोर्ट तैयार करेगा.
अधिकारियों के मुताबिक शहरी क्षेत्रों में जलापूर्ति योजनाएं वर्षों पुरानी हैं. जिनका रख-रखााव ठीक से नहीं होता है. ऐसे में पानी की बर्बादी अधिक होती है. वहीं, कई जगहों पर जलापूर्ति योजना की पाइपलाइन में लीकेज का मामला सामने आया है, जिसे सर्वे के बाद बंद किया जायेगा और नयी जलापूर्ति योजना के साथ जोड़ कर उससे दोबारा शुद्ध पानी लोगों तक पहुंचाया जायेगा.
शहरी क्षेत्र में हजारों की संख्या में जलापूर्ति योजना के संचालन होने के बाद भी आमलोगों तक शुद्ध पानी नहीं पहुंच पाता है. कहीं-कहीं पानी की पाइपलाइन ऐसी जगहों से गुजर रही है, जहां गंदगी का अंबार लगा है. वहां पर लीकेज होने के डर से लोग पानी पीने से कतराते है. इन्हीं कारणों से शहरी क्षेत्रों की जलापू्रति योजनाओं को बेहतर बनाने के लिए काम करने का निर्णय लिया गया है.
– जहां जलापूर्ति योजना में लीकेज होगा. उसे दुरुस्त किया जायेगा .
– पुरानी योजनाओं को नयी योजनाओं से जोड़ा जायेगा.
– खराब पाइपलाइन को बदला जायेगा और जहां जरूरत नहीं होगी, वहां से योजना को हटाकर दूसरे जगहों पर ले जाया जायेगा.
– शहरी क्षेत्रों में आमलोगों के लिए पीने का पानी हर जगह उपलब्ध होगा.
– गर्मी के मौसम में पानी को लेकर दिक्कत नहीं होगी और गरीब, मजदूर सहित वैसे सभी लोगों को शुद्ध पानी मिलेगा जो सड़क पर दिन- रात काम या डयूटी करते हैं.
– सड़क के किनारे भी जगह-जगह होगी पानी की व्यवस्था.