पूर्णिया एयरपोर्ट के नये टर्मिनल बिल्डिंग डिजाइन फाइनल, एप्रोच रोड की जमीन मिलते ही हवाई सेवा होगी शुरू
एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने ये बताया कि पूर्णिया एयरपोर्ट से संबंधित प्रोजेक्ट अप्रूवल, एयरपोर्ट के डिजाइन का काम, उसके लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति पूरी हो चुकी है. मसला अब 15 एकड़ भू-खंड को लेकर अटका हुआ है, जिसे सुलझने के लिए भी लगातार बैठकें हो रही हैं.
पूर्णिया. पूर्णिया एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू होने की उम्मीद लगाये बैठे लोगों के लिए एक सुखद खबर है. एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने ये बताया कि पूर्णिया एयरपोर्ट से संबंधित प्रोजेक्ट अप्रूवल, एयरपोर्ट के डिजाइन का काम, उसके लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति पूरी हो चुकी है. मसला अब 15 एकड़ भू-खंड को लेकर अटका हुआ है, जिसे सुलझने के लिए भी लगातार बैठकें हो रही हैं. उम्मीद की जा रही है कि अगले माह तक इस मसले को सुलझा लिया जायेगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी और राज्य सरकार के अधिकारी पूर्णिया एयरपोर्ट की उलझी हुई गुत्थी को सुलझाने में जुट गये हैं. समझा जाता है कि गुत्थी सुलझते ही पूर्णिया से हवाई उड़ान का रास्ता साफ हो जायेगा.
समाधान की दिशा में हुई रचनात्मक पहल
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के दौरान इस मसले पर गंभीरता से विचार विमर्श किया गया और एयरपोर्ट शुरू किए जाने में आने वाली तकनीकी समस्याओं के समाधान की दिशा में रचनात्मक पहल की गयी. भारतीय वायु सेना के अवकाशप्राप्त विंग कमांडर विश्वजीत सिंह की पहल पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद, एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी के बीच इस मुद्दे पर वार्ता की गयी.
पूर्णिया डीएम ने दिया आश्वासन
बैठक में यह साफ तौर पर कहा गया कि काम को आगे बढ़ाने के लिए 15 एकड़ जमीन अधिग्रहण एवं सड़क का जल्द निर्माण बिहार सरकार द्वारा अति आवश्यक है. पूर्णिया डीएम कुंदन कुमार ने सारी बातें सुनी एवं आश्वासन दिया कि जल्द ही इन कामों को पूरा कर एयरपोर्ट अथॉरिटी को इसकी सूचना दी जायेगी. इस सकारात्मक मुलाकात के दौरान पूर्व उप मुंख्यमंत्री को विश्वास दिलाया गया कि काम को जल्द पूरा कर लिया जायेगा.
डीएम पूर्णिया एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी के शीर्ष अधिकारियों के बीच सीधा संपर्क हो
पूर्णिया सिविल एयरपोर्ट के काम के वस्तुस्थिति को समझने एवं रुके काम को सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए पिछले दिनों एयरपोर्ट अथॉरिटी के पूर्णिया प्रोजेक्ट से संबंधित अधिकारियों से बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के साथ मुलाकात की गई. वर्ष 2015 से लंबित पूर्णिया एयरपोर्ट के काम को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए यह जरूरी माना जा रहा था कि डीएम पूर्णिया एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी के शीर्ष अधिकारियों के बीच सीधा संपर्क हो. एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि वह अपनी बातें बिहार सरकार से समय-समय पर बताते रहे हैं.
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अधिग्रहित जमीन सड़क से नहीं जुड़ी है
इस दौरान मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर वार्ता केंद्रित रही. पहला यह कि 15 एकड़ अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण दिये गये 52.18 एकड़ से लगे सही स्थान पर हो जिससे टर्मिनल बिल्डिंग डिजाइन के अनुरूप बन सके. इसकी मांग चेयरमैन एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अपनी 30 अक्तूबर कि चिट्ठी में चीफ सेक्रेटरी बिहार से की थी. दूसरा विषय अधिग्रहित भूमि को राष्ट्रीय राजमार्ग से फोर लेन सड़क से जोड़ने पर केंद्रित रहा ताकि एयरपोर्ट का काम आगे बढ़े. अभी अधिग्रहित जमीन सड़क से नहीं जुड़ी है. तीसरा मुद्दा था एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा एयरफोर्स से एनओसी लेना.
आंकड़ों में एक नजर
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253 साल की उम्र सीमा से गुजर रहा पूर्णिया
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1933 में पहली बार हवाई जहाज ने पूर्णिया से भरी थी उड़ान
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1956 में दरभंगा एविएशन ने शुरू की थी पूर्णिया से हवाई सेवा
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1965 में पूर्णिया के चुनापुर में बना था सैन्य हवाई अड्डा
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2015 में प्रधानमंत्री ने की थी पूर्णिया एयरपोर्ट चालू करने की घोषणा
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52.18 एकड़ जमीन पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित
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75 रैयतों की जमीन का किया गया था अधिग्रहण
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50 करोड़ रुपये दिये गये थे भूमि अधिग्रहण के लिए
खास बातों पर एक नजर
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एयरपोर्ट होने से चंद घंटों में दिल्ली से डाक्टर आ सकते हैं
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संभव होगा गंभीर व जटिल ऑपरेशन, सस्ता होगा इलाज
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एयरपोर्ट होने से कोटा में पढ़ने वालों का घर आना होगा आसान
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पूर्णिया से कोटा और दिल्ली जैसे महानगरों की कम होगी दूरी
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दिल्ली व दुबई के नौकरीपेशा हर पर्व में घर पहुंच पाएंगे
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कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को मिलेगा नया आयाम
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अनाज व हरी सब्जियों के निर्यात का मिलने लगेगा अवसर
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दूसरे देशों से बनेंगे व्यावसायिक सम्बन्ध, कारोबार को मिलेगा बढ़ावा