तीन दिन से गायब नवजात महज चार घंटे में हुआ बरामद, पटना पुलिस ने बच्चा चोर गिरोह के शातिर दंपती को दबोचा
पुलिस ने महज चार घंटे के अंदर बच्चे को कंकड़बाग थाना क्षेत्र के लोहिया नगर स्थित फ्लैट नंबर 9 से बरामद कर लिया. नवजात आशीष रूपसपुर थाना क्षेत्र के टीएस वर्मा रोड स्थित नहर का रहने वाला है. वहीं गिरफ्तार दंपती पति दीनेंद्र कुमार और पत्नी कंचन देवी रोहतास के कोचस के रहने वाले है.
पटना. कोतवाली थाना क्षेत्र के महावीर मंदिर स्थित टेंपो स्टैंड से गायब चार माह के नवजात को पुलिस महज चार घंटे में बरामद कर लिया. साथ ही बच्चा चोर गिरोह में शामिल शातिर दंपती को भी गिरफ्तार किया गया. इस संबंध में शुक्रवार को डीएसपी लॉ इन ऑर्डर कृष्ण मुरारी प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी.
मंगलवार को खोया था नवजात
बताया कि बीते 26 दिसंबर मंगलवार की है, लेकिन नवजात की मां बीते तीन दिनों से बच्चा को खोज रही थी. इसी दौरान नवजात की मां पूछते-पूछते कोतवाली थाना के पास पहुंच गयी. बाहर खड़े एक सिपाही से महिला ने कहा कि मेरा चार माह का आशीष को एक आदमी लेकर भाग गया. सिपाही ने यह सूचना तुरंत अंदर पुलिस को दी, जिसके बाद नवजात की मां ज्योति कुमारी के बायन पर प्राथमिकी दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दी.
महज चार घंटे के अंदर बच्चा बरामद
पुलिस के अनुसार इसके लिए एक टीम बनाया गया, जिसके बाद महज चार घंटे के अंदर बच्चे को कंकड़बाग थाना क्षेत्र के लोहिया नगर स्थित फ्लैट नंबर 9 से बरामद कर लिया गया. नवजात आशीष रूपसपुर थाना क्षेत्र के टीएस वर्मा रोड स्थित नहर का रहने वाला है. वहीं गिरफ्तार दंपती पति दीनेंद्र कुमार और पत्नी कंचन देवी रोहतास के कोचस के रहने वाले है. गिरफ्तार आरोपित स्टेशन रोड के पास ही सत्तू का दुकान लगाता है.
जब बेटे का पता पूछती थी तो लोग देते थे पैसे
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नवजात की मां ने रोते हुए बताया कि मैं जब बेटे की तस्वीर दिखा लोगों से पूछ रही थी तो लोग हाथ में पैसा दे देते थे. तीन दिनों रोज पटना जंक्शन के पास आकर हर ऑटो चालक, मंदिर में पूजा करने आये लोग, स्टेशन के पास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की. जांच टीम में कोतवाली के अपर थानाध्यक्ष नवीन कुमार झा, सअनि मुकेश कुमार सिंह, सिपाही विनय पासवान, बबलू कुमार, विनोद कुमार, रंजीत कुमार सिंह शामिल थे.
पति से नाराज होकर मायके दिल्ली जा रही थी पत्नी
नवजात आशीष कुमार की मां ज्योति कुमारी ने बताया कि किसी बात को लेकर बीते मंगलवार को पति मुकेंद्र बिंद झगड़ा हो गया था. इसके बाद आशीष को लेकर मैं दिल्ली स्थित चंद्र विहार कॉलोनी अपने मायके जाने के लिए निकल गयी. ऑटो पकड़ कर जैसे ही वह स्टेशन के पास पहुंची, वहां दीनेंद्र प्लेटफॉर्म नंबर एक मिल गया. ज्योति को नहीं पता था कि दिल्ली जाने वाली ट्रेन कौन से प्लेटफॉर्म पर आयेगी. शातिर ने उससे कहा ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर चार पर आयेगी. इसके बाद धीरे-धीरे उसे झांसा में लेकर शातिर बातचीत करने लगा.
कामख्या एक्सप्रेस पर सवार हुए थे दोनों
शातिर ने ज्योति से कहा कि वह भी इलाहाबाद जा रहा है. इसके बाद कामख्या एक्सप्रेस पर दोनों सवार हो गये. भोजपुर के पास ट्रेन पहुंची तो किसी का मोबाइल लेकर ज्योति ने अपनी मां को फोन किया और पूरी बात बतायी. इसके बाद ज्योति की मां ने कहा कि तुम्हारी बेटी घर पर रो रही है. वापस घर लौट जाओ. इसके बाद ज्योति आरा उतर गयी. यह देख शातिर भी उतर गया और उसके साथ पटना चला आया. पटना आने के बाद उससे कहा कि आपको ऑटो पर बैठा देते हैं. ऑटो पर बैठाने के दौरान ही शातिर ने उसके हाथ से बच्चा लिया और कहा कि आप बैठ जाओ. महिला ज्यो ही ऑटो पर बैठने लगी कि शातिर बच्चा लेकर भीड़ में गायब हो गया.
सीसीटीवी और मुखबीर की मदद से गिरोह तक पहुंची पुलिस
डीएसपी ने बताया कि चार माह के बच्चा गायब होना काफी ब्लाइंड केस था. महिला के बतायेनुसार पुलिस ने घटनास्थल के पास से सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. महिला द्वारा शख्स का हुलिया बताने के बाद पुलिस को एक संदिग्ध दिखा. साथ ही साथ स्टेशन के पास के मुखबीर ने हुलिया को पहचान यह कन्फर्म कर दिया कि यह बच्चा चोर गिरोह का शातिर है. इसके बाद पुलिस सीसीटीवी में कैद शख्स की फुटेज के सहारे कंकड़बाग थाना क्षेत्र उसके फ्लैट तक पहुंच गयी. पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह बच्चा को आज ही किसी से बेच देता. दंपती की तीन बेटी है.
मां को देख, मुस्कुराने लगा आशीष…
पुलिस जब फ्लैट पर पहुंची तब नवजात को शातिर महिला अपने गोद में ली हुई थी. नवजात काफी रो रहा था. जैसे ही उसने अपनी मां को देखा वह मुस्कुराने लगा. गोद में आते ही चुप हो गया. बच्चे की बरामदगी के बाद मां थाने में ही फुट-फुट कर रोने लगी. डीएसपी ने बच्चे को उपहार स्वरूप 500 रुपये भी दिया. नवजात के पिता राजमिस्त्री का काम करते हैं.