उद्घाटन से पहले हुगली नदी में समा गया नवनिर्मित शवदाह गृह, बंगाल में भारी बारिश की संभावना
Weather Forecast, Weather Today: पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला उद्घाटन से पहले ही एक नवनिर्मित शवदाह गृह हुगली नदी में समा गया. वहीं, बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर जोन बनने की वजह से भारी बारिश का अनुमान है. इसकी वजह से ओड़िशा में भी आगामी कुछ दिनों तक बारिश होती रहेगी. मछुआरों को समुद्र से दूर रहने के लिए कहा गया है.
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिला उद्घाटन से पहले ही एक नवनिर्मित शवदाह गृह हुगली नदी में समा गया. वहीं, बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर जोन बनने की वजह से भारी बारिश का अनुमान है. इसकी वजह से ओड़िशा में भी आगामी कुछ दिनों तक बारिश होती रहेगी. मछुआरों को समुद्र से दूर रहने के लिए कहा गया है.
हावड़ा जिला के एक अधिकारी ने बताया कि संकराइल इलाके में स्थित शवदाह गृह 13 लाख रुपये की लागत से बना था. इसमें आधुनिक सुविधाएं दी गयीं थीं. उन्होंने कहा कि एक पिलर अचानक ढह गया और पूरा ढांचा हुगली नदी में जा गिरा. अधिकारी ने कहा कि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
वहीं, भाजपा के स्थानीय नेता ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर निर्माण में घटिया दर्जे की निर्माण सामग्री के उपयोग का आरोप लगाया है. हालांकि, तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को खारिज किया है. जिलाधिकारी मुक्ता आचार्य ने कहा कि मामले की जांच की जायेगी.
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उधर, मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा का कम दबाव का एक और क्षेत्र बन गया है, जिससे पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं रविवार को भारी बारिश के कारण केरल के 8 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया.
मौसम विभाग ने केरल के 10 जिलों में सोमवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया. एर्नाकुलम जिले के अधिकारियों ने कहा कि मुवत्तुपुझा नदी बाढ़ के स्तर तक पहुंच रही है, जिससे एर्नाकुलम और कोट्टायम जिलों में बाढ़ आ सकता है. पड़ोसी राज्य तेलंगाना में सोमवार को अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव क्षेत्र बनने से ओड़िशा के कुछ हिस्सों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना है. इस मौसम में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की संभावना को देखते हुए मछुआरों को सलाह दी गयी है कि वे 22 सितंबर तक ओड़िशा तट से दूर रहें. समुद्र में न उतरें.
Posted By : Mithilesh Jha