अरवल-जहानाबाद-बिहारशरीफ एनएच-110 का करीब 89 किमी लंबाई में फोरलेन निर्माण होगा. इससे आवागमन में सीधा फायदा अरवल, जहानाबाद और नालंदा जिले के लोगों को होगा. इस संबंध में सड़क को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा था. अब मंत्रालय ने इस सड़क के निर्माण के लिए डीपीआर बनाने के लिए टेंडर के माध्यम से एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. डीपीआर पर मुहर लगने और जमीन अधिग्रहण के बाद इस सड़क का निर्माण अगले साल शुरू होने की संभावना है.
इसके साथ ही पुराने एनएच 2सी (नये एनएच-119) का करीब 51 किमी लंबाई में रोहतास जिले में दो लेन पेव्ड शोल्डर के साथ निर्माण की योजना है. इसका सीधा लाभ रोहतास और अरवल जिले के लोगों को होगा. इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने डीपीआर बनाने के लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इस सड़क का निर्माण भी अगले साल के अंत तक शुरू होने की संभावना है. इस सड़क में अकबरपुर के आगे संरक्षित वन क्षेत्र होने के कारण सड़क की चौड़ाई बढ़ाने में वन विभाग द्वारा आपत्ति जताई जाती रही है.
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बिहारशरीफ-डुमरांव एनएच-120 में गया जिला के कुजापी से पंचनपुर तक करीब 14 किमी लंबाई को फोरलेन बनाया जायेगा. इसके साथ ही झारखंड को बिहार से जोड़ने वाले एनएच-99 में डोभी से गोसाइडीह तक करीब 13 किमी लंबाई में सड़क को फोरलेन बनाया जायेगा. इन दोनों सड़कों की डीपीआर बनाने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अगले साल के अंत तक इन दोनों सड़कों का निर्माण भी शुरू होने की संभावना है.