पटना. रामकृष्ण नगर थाने के ट्रांसपोर्ट नगर पहाड़ी के पास जकारियापुर (वार्ड संख्या 56) में मंगलवार को भूगर्भ नाले की सफाई करने उतरे दो मजदूरों की दम घुटने से मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव, पटना के एसएसपी और नगर निगम के आयुक्त को नोटिस जारी किया है. आयोग ने 11 अप्रैल को बिहार में ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में जल निकासी के लिए जीवनरक्षक उपकरणों के बिना नाले की सफाई के करने गये दो सफाई कर्मचारियों की मौत को घोर लापरवाही बताया है.
मंगलवार को भूगर्भ नाले में सफाई करने उतरे दो मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गयी. इनमें एक नाबालिग था. मृतकों में एक 14 वर्षीय रंजन रविदास नंदलाल छपरा का निवासी था, जबकि दूसरा 30 वर्षीय मुन्ना रजक सुल्तानगंज का रहने वाला था. साथ में काम कर रहे अन्य मजदूरों का आरोप है कि यहां काम करा रहे ठेकेदारों द्वारा नियमों का पालन नहीं किया जा रहा, जिससे आये दिन यहां छोटे-बड़े हादसे होते रहते हैं. पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी महासंघ के प्रधान महासचिव नंद किशोर दास ने आरोप लगाया कि दोनों सफाई मजदूरों की मौत सुरक्षा उपकरण नहीं रहने के कारण हुई है. उन्होंने मृत दोनों मजदूरों के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही परिवार के एक-एक सदस्यों को नौकरी देने की थी मांग की.
जकिरयापुर में नमामि गंगा के तहत नाला निमार्ण चल रहा है. नाला 15 फुट गहरा था. सुबह लगभग 11 बजे नाले में पहले रंजन रविदास घुसा और जब उसका दम घुटने लगा, तब मुन्ना रजक उसको बचाने के लिए अंदर घुसा था और उसका भी दम घुटने लगा. कुछ ही देर बाद दोनों की गतिविधि बंद हो गयी, तब बाहर खड़े उसके अन्य दो सहयोगियों को कमर में रस्सा बांध कर नाले में भेजा गया. इन दोनों ने देखा कि रंजन और मुन्ना की मौत हो गयी है. नाले से गैस की गंध आ रही है.