पटना के फुलवारीशरीफ पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) मामले में देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी NIA को बड़ी सफलता मिली है. मामले में जांच एजेंसी ने केरल के कासरगोड और कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ से पांच हवाला ऑपरेटरों को गिरफ्तार किया है. एनआइए के अनुसार पकड़ में आए सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही पीएफआई के ‘फंडिंग-बाय-हवाला’ मॉड्यूल के बढ़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. इस हवाला नेटवर्क का तार संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से जुड़े हुए हैं. इसका संचालन बिहार व कर्नाटक से किया जा रहा था.
NIA ने बयान जारी करते हुए कहा है कि गिरफ्तार किये गए पांचों आरोपी का संबंध पीएफआइ से है. ये सभी प्रतिबंधित संगठन पीएफएआइ की आपराधिक साजिशों में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए हैं. जो भारत के बाहर से अवैध धन को स्थानांतरित करके पीएफआई के नेताओं और कैडरों के बीच वितरित करने के काम में शामिल थे. जांच एजेंसी ने बताया कि मामले में सात लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चूका है. वो सभी जुलाई 2022 में फुलवारीशरीफ में प्रशिक्षण के लिए एकत्र हुए थे. बता दें कि पीएफआइ से जुड़े 500 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चूका है. साथ ही, इसके पूरे टेरर माड्यूल को जांच एजेंसी धीरे-धीरे तलाश कर खत्म कर रही है.
Also Read: NIA action on PFI: पीएफआइ का बिहार में कश्मीर वाला था प्लान, मो. विलाल के फोन से खुल रहा खौफनाक राज
देश में प्रतिबंधित संगठन पीएफआइ का बिहार में कश्मीर वाला प्लान था. बताया जा रहा है कि संगठन बिहार में कश्मीर की तरह टार्गेट किलिंग करने का प्लान बना रहा था. इस बात का खुलासा हाल ही में मुजफ्फरपुर में गिरफ्तार किए गए मो विलाल से मिली थी. उसके निशानदेही पर कई जगह बड़ी कार्रवाई की जा रही है. टीम ने कई दिनों तक बिहार के मुजफ्फरपुर और मोतिहारी में कैंप किया था. इस दौरान भी कई लोगों को हिरासत में लिया गया था,