NIA Raid: मोतिहारी के चकिया थाना क्षेत्र में एनआईए की टीम ने शनिवार को एक बार फिर कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में एनआईए की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से पीएफआई के दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है. दोनों संदिग्धों की गिरफ्तारी चकिया थाना के ऑफिसर कॉलोनी से हुई है. दरअसल फुलवारी टेरर मॉडल सामने आने के बाद से ही पूर्वी चंपारण के चकिया अनुमंडलीय क्षेत्र में एनआईए की दबिश लगातार हो रही है. शनिवार अहले सुबह एनआईए की टीम आफिसर्स कॉलोनी स्थित शाहिद रजा के घर पहुंची, जहां पुछताछ के बाद टीम ने शाहिद को हिरासत में ले लिया.
एनआईए की टीम को शाहिद के घर में तलाशी के दौरान एक देशी कट्टा और दो 3.15 का कारतूस बरामद किया है. शाहिद नगर के केसरिया रोड में कपड़े की दुकान चलाता है. इसके साथ ही एनआईए की टीम ने आफिसर्स कॉलोनी से ही फैसल अली उर्फ कैश को भी गिरफ्तार किया है. कैश मुजफ्फरपुर रोड स्थित एसमार्ट मॉल के पास बालू-गिट्टी की दुकान चलाता है .एनआईए द्वारा हिरासत में लिए गए दोनों संदिग्धों के पिता विदेश में काम करते हैं. हिरासत में लिए गए दोनों युवकों पर पीएफआई से जुड़े होने का आरोप है.
एनआईए की यह कार्रवाई 19 जुलाई को गिरफ्तार मास्टर ट्रेनर सुल्तान उस्मान खान उर्फ याकूब के निशानदेही पर की गई है. इस पूरी कार्रवाई के दौरान सुल्तान उस्मान खान उर्फ याकूब टीम के साथ मौजूद था. टीम ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार संदिग्धों की निशानदेही पर अन्य जगहों पर भी छापेमारी की जो काफी घंटे तक जारी रही. बता दें कि इससे पहले एएनआई ने 19 जुलाई को मोतिहारी से ही पीएफआई के ट्रेनर याकूब उर्फ उस्मान सुल्तान खान को भी गिरफ्तार किया था. टीम ने उसे भी मोतिहारी के चकिया थाना क्षेत्र से पकड़ा था. पूरी कार्रवाई एनआईए के डीएसपी रैंक के अधिकारी की देखरेख में की गयी.
मोतिहारी शहर के केसरिया रोड में शाहिद की कपड़ा की दुकान है, उसके पिता विदेश में रहते हैं और वह तीन भाई में सबसे बड़ा है. हिरासत में लिया गया दूसरे युवक फैसल अली के पिता विदेश में हैं. एनआईए दोनों से आवश्यक पूछताछ कर रही है. वहीं अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की संभावना है.
एनआईए ने बिहार में पीएफआई की गैर कानूनी गतिविधियों से जुड़े एक मामलों में चार कार्यकर्ताओं के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया है. चारों चकिया, मेहसी के मो. तनवीर, मो. आबिद, मो. बेलाल व मो. इरशाद आलम है. सूत्रों के अनुसार चारों आरोपी अन्य आराेपियों के साथ मिलकर हथियार व गोला-बारूद की व्यवस्था करके हिंसक आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. चारों आरोपियों पर आइपीसी, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गये. बता दें कि अब तक कुल 15 आरोपियों को एनआइए ने गिरफ्तार किया है. इनमें ये चार आरोपी भी शामिल हैं, जिनके खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया गया है. गिरफ्तार 15 आरोपितों के ऊपर पीएफआइ सदस्यों या अभियुक्तों को विदेश से अवैध धन पहुंचाने के आरोप में व गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के अनुसार, पूर्वी चंपारण के कई जगहों में पीएफआई का राज्य सचिव रेयाज व मास्टर ट्रेनर याकूब अपनी पैठ जमा रहा था. फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल का जब खुलासा हुआ तो एनआइए की टीम ने पूर्वी चंपारण में ताबड़तोड़ कार्रवाई करना शुरू कर दी. ये बात सामने आई कि चकिया में पीएफआइ का ट्रेनिंग कैंप चलाकर युवकों को भटकाने का काम किया जा रहा है. जिसके बाद एनआइए लगातार ऐसे संदिग्धों पर कार्रवाई कर रही है. पीएफआइ से जुड़े सदस्यों को गिरफ्तार किया जा रहा है. जब याकूब खान को जुलाई में गिरफ्तार किया गया उसके बाद एनआइए की नजर लगातार पूर्वी चंपारण पर है. उस्मान उर्फ याकूब से मिले मोबाइल की जांच की गयी है और एनआइए उसके साथियों तक पहुंच रही है. जो दो युवक हिरासत में लिए गए वो दोनों इंटर के छात्र हैं.
पटना के फुलवारीशरीफ मामले में रेयाज मॉरिफ का नाम पीएफआई के राज्य सचिव के पद पर आया था. एनआइए ने तब 28 जुलाई को कुअवां गांव में उसके घर पर छापा मारा था. जहां से कई संदिग्ध चीजें बरामद की गयी थी. रेयाज अभी तक फरार ही चल रहा है. एनआइए ने फिर एकबार उसके गांव में छापेमारी की थी. 20 फरवरी को चकिया के गांधी मैदान में जांच अभियान चलाया गया था. एनआइए अभी और कई जगहों पर छापेमारी कर सकती है.