पटना. गजवा ए हिंद के सदस्य ताहिर के खिलाफ NIA स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है. दरअसल बिहार मामले में आरसी-32/2022/एनआईए/डीएलआई, हिंसक आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रभावशाली युवाओं के कट्टरपंथीकरण से संबंधित है. यह मामला प्राथमिकी संख्या 840/2022, 14 जुलाई 2022 को बिहार की राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ थाने में दर्ज की गयी थी. वहीं 22 जुलाई 2022 को एनआईए द्वारा फिर से पंजीकृत किया गया था. मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर अहमद पटना के फुलवारीशरीफ के पास मुनीर कॉलोनी में रहता था.
दरअसल 12 जुलाई को पीएम नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर थे. इसके ठीक एक दिन पहले 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ से अतहर परवेज और जलालुद्दीन को पकड़ा गया था. ये लोग दो महीने से पीएम मोदी के दौरे को लेकर बड़ी साजिश का षड्यंत्र बना रहे थे. मामले में जब तफ्तीश की गई थी तो एक बड़े आतंकी साजिश का खुलासा हुआ था. एनआईए लगातार इस मामले को लेकर बड़े और चौंकाने वाले खुलासे कर रही है. एनआईए को ताहिर से पूछताछ के लिए 5 दिसंबर तक की मोहलत मिली थी. पूछताछ के बाद अब चार्जशीट दायर किया गया है.
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NIA की जांच से पता चला है कि आरोपी मरगूब अहमद दानिश एक पाकिस्तानी नागरिक द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप ग्रुप ‘ग़ज़वा ए हिंद’ का एडमिन था. उसने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान और यमन सहित अन्य देशों के कई लोगों को एक इरादे से जोड़ा था. उन्हें कट्टरपंथी बनाना और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उन्हें स्लीपर सेल में शामिल करना था. आरोपी मरगूब अहमद दानिश ने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और बिप मैसेंजर जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उक्त ‘ग़ज़वा ए हिंद’ समूह बनाया था. उसने एक और व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर बांग्लादेशी नागरिकों को जोड़ा था.