मोतिहारी. पटना के फुलवारी शरीफ में चल रहे आतंकी की पाठशाला मामले की जांच का दायरा अब बढ़ता जा रहा है. बिहार में पीएफआइ के ट्रेनिग कैंप के खुलासे के बाद एनआइए, एटीएस और पटना पुलिस राज्य के अलग अलग जिलों में छापेमारी में जुटी है. इसी क्रम में मंगलवार को एनआए की टीम ने मोतिहारी के विभिन्न इलाकों में छापेमारी की. इस दौरान एनआईए की टीम ने तीन लोगों को हिरासत में लिया, दो पूछताछ के बाद छोड़ दिया, जबकि मदरसा के एक शिक्षक को अपने साथ ले गयी. एनआइए की इस छापेमारी के दौरान इलाके के लोगों में हड़कंप मच गया है.
जानकारी के अनुसार एनआइए की टीम ने ढाका के केदार नगर स्थित जामिया मारिया निस्वा मदरसा में छापेमारी कर तीन लोगों से पूछताछ की. टीम ने पूछताछ के बाद दो लोगों को छोड़ दिया, जबकि देश विरोध गतिविधियों में शामिल होने के संदेह पर मदरसा के शिक्षक मुफ्ती असगर अली को अपने साथ लेकर चली गयी. उनसे ढाका थाने में ही पूछताछ की जा रही है. इस दौरान सिकरहना डीएसपी राजेश कुमार समेत एसडीओ व कई पुलिस अधिकारी थाना पर मौजूद रहे. थाने में अली असगर से बंद कमरे में एनआईए की टीम पूछताछ कर रही है. पूछताछ से स्थानीय पुलिस-प्रशासन को अलग रखा गया.
ढाका के पचपकड़ी में स्थित जामिया मारिया मिसवा मदरसा का संचालन वर्ष 2013 से हो रहा है. उस मदरसे में सिर्फ लड़कियों को शिक्षा दी जाती है. वर्तमान में इस मदरसे में लगभग 50 लड़कियां तालीम ग्रहण करती हैं. जामिया मारिया मिसवा मदरसा में अली असगर पढ़ाता है. बताया जा रहा है कि असगर अली पिछले दो महीने से मदरसा में बच्चों को पढ़ा रहा था. दो साल पहले वह यूपी के सहारनपुर स्थित एक मदरसा में पढ़ाता था.
ढाका पहुंची एनआईए की टीम को लेकर एसपी डॉ. कुमार आशीष ने भी कुछ बताने से इंकार किया है. डीएसपी सिकरहना राजेश कुमार ने सिर्फ एनआईए की टीम के आने की पुष्टि की, परन्तु कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. बता दें कि बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के नाम पर देश विरोधी गतिविधियां चल रही थी, जिसका खुलासा होने का बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पूरे बिहार में लगातार कार्रवाई कर रही हैं. फिलहाल इस मामले में पटना से पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इस मामले में कुल 26 लोगों पर केस दर्ज किया गया है.
दरअसल, पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना दौरे से एक दिन पहले पुलिस ने फुलवारी शरीफ से पीएफआइ के दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने पीएफआइ के ट्रेनिंग कैंप का खुलासा किया था. इस दौरान पुलिस ने पीएफआइ से जुड़े 26 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था. इस मामले में पुलिस अबतक कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी, जबकि अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए सुरक्षा एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं.