एनआइए ने शुरू की दरभंगा जंक्शन पार्सल ब्लास्ट की जांच, स्थानीय अधिकारियों से लिया फीडबैक
एनआइए ने दरभंगा जंक्शन पर 17 जून को सिकंदराबाद से आये पार्सल में हुए विस्फोट की जांच शुरू कर दी है. शुक्रवार को एनआइए की टीम यहां पहुंची. एसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में पहुंचे अधिकारियों के दल ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया.
दरभंगा. एनआइए ने दरभंगा जंक्शन पर 17 जून को सिकंदराबाद से आये पार्सल में हुए विस्फोट की जांच शुरू कर दी है. शुक्रवार को एनआइए की टीम यहां पहुंची. एसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में पहुंचे अधिकारियों के दल ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया. इस दौरान केस के अनुसंधानक जीआरपी थानाध्यक्ष हारुन रशीद से जानकारी हासिल की. सूचनाओं को नोट करने के साथ ही कई तस्वीरें भी खींचीं. डेढ़ घंटे तक टीम के अधिकारी जंक्शन का मुआयना करते रहे. इसके बाद टीम वहां से निकल गयी.
जानकारी के अनुसार एफएसएल की जांच रिपोर्ट में उच्च तीव्रता वाले केमिकल बम के प्रयोग की जानकारी मिलने के बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर एनआइए ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
सूत्रों के अनुसार हवाई मार्ग से एनआइए की टीम दोपहर करीब एक बजे दरभंगा पहुंची. वहां से सीधे आइजी कार्यालय के लिए निकल गयी. आइजी अजिताभ कुमार के कार्यालय में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. इसमें एसएसपी बाबू राम के अलावा सदर एसडीपीओ अनोज कुमार व आइओ जीआरपी थानाध्यक्ष मौजूद थे.
टीम ने स्थानीय अधिकारियों से पूरी जानकारी हासिल की. इस मामले में अब तक हुई प्रगति से अवगत हुई. जिले के आपराधिक इतिहास व पूर्व के आतंकी कनेक्शन के बारे में पूछा. इसके बाद टीम सर्किट हाउस चली गयी. वहां जीआरपी के एसडीपीओ नवीन कुमार मिश्र पहुंचे. उनके साथ भी लंबी बैठक चली.
बैठकों में मामले का पूरा फीडबैक लेने के बाद एनआइए के अधिकारियों का दल शाम करीब साढ़े पांच बजे जंक्शन पहुंचा. जीआरपी थाना में केस से जुड़ी फाइल का अध्ययन करने के बाद टीम के सदस्य तीन अलग-अलग दिशा में जांच के लिए निकल गये. एक अधिकारी ने प्लेटफॉर्म संख्या दो की जांच की.
17 जून को हुआ था विस्फोट
बता दें कि सिकंदराबाद से आयी ट्रेन 17 जून की दोपहर 1:20 बजे इसी प्लेटफॉर्म पर रुकी थी. जिस जगह पार्सल उतारकर रखा गया था, टीम ने उसका बारीकी से मुआयना किया. वहीं प्लेटफॉर्म संख्या एक के उस स्थल की भी जांच की, जहां रखे जाने के बाद पार्सल में विस्फोट हुआ था.
जांच के दौरान टीम के सदस्य जरूरी सूचना नोट भी करते चल रहे थे. कुछ स्थलों की फोटोग्राफी करती नजर आयी. इस दौरान सदर एसडीपीओ के अलावा विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष सत्यप्रकाश झा भी जंक्शन मुस्तैद थे. इस टीम के पहुंचने से पहले सीआइडी की टीम भी जंक्शन पर पहुंची थी.
Posted by Ashish Jha