पूर्णिया में पुलिसकर्मियों के ऊपर लगातार गाज गिर रही है. लेकिन अभी भी भ्रष्टाचार से मुंह मोडने को जिला के पुलिसकर्मी तैयार नहीं है. एसएसपी दया शंकर व सदर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह के ऊपर हुई कार्रवाई के बाद भी घूसखोरी के कई मामले सामने आ रहे हैं. अब एकबार फिर से जिले में तैनात एक दारोगा को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया. मुफस्सिल थाना के एएसआइ निगरानी के हत्थे चढ़े.
मंगलवार को पुर्णिया के मुफस्सिल थाना में तैनात एएसआइ लालजी राम निगरानी के हत्थे चढ़ गये. विजलेंस की टीम ने उन्हें घूस लेते रंगे हाथों दबोच लिया. लालजी राम को एक पीड़ित के घर से ही पकड़ा गया जब वो 10 हजार रुपये रिश्वत के तौर पर ले चुके थे. मटिया चौक के पास ही निगरानी ने दारोगा को दबोचा. जानकारी के मुताबिक विजलेंस की टीम पटना व भागलपुर से पूरी तैयारी के साथ आई थी. लालजी राम की शिकायत उनके पास पहले ही आ चुकी थी. केस कमजोर करने के एवज में पैसे लिये जाने की जानकारी सामने आ रही है.
बताते चलें कि पूर्णिया जिले में भ्रष्ट पुलिसकर्मी के खिलाफ हाल में ही एक और कार्रवाई की गयी थी. जब अकबरपुर थाना ओपी के थानाध्यक्ष पूर्णिमा कुमारी और थाना के चौकीदार सह मुंशी सुभाष पासवान को एक ऑडियो वायरल होने के बाद सस्पेंड किया गया था.
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निगरानी की टीम ने जुलाई महीने में भी पूर्णिया में कार्रवाई की थी जब एक दारोगा को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था. थाने के बगल में चाय के दुकान से गिरफ्तार किया गया था. निगरानी की कार्रवाई के बाद अब एकबार फिर से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है.
बताते चलें कि पूर्णिया के पुलिस महकमें में हाल में ही बड़ा भूचाल आया था जब पूर्व एसएसपी दया शंकर के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गयी थी. एसएसपी आवास तक में रेड किया गया. वहीं कई पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी थी.