पटना में अपराधियों की गोली से घायल नीलेश मुखिया की दिल्ली में मौत, इलाके में दुकानें बंद, पुलिस बल तैनात
पटना में 31 जुलाई की सुबह नीलेश मुखिया को अपराधियों ने ऑफिस जाने के दौरान सात गोलियां मारी थी, जो उनकी कनपट्टी, गर्दन और सीने में लगी थी. एक अगस्त को उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स ले जाया गया था. 23 दिन बाद इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मौत हो गयी.
पटना में अपराधियों की गोलियों से घायल हुए पार्षद पति नीलेश मुखिया की दिल्ली में बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी. सुबह आठ बजे के करीब मौत की सूचना मिलते ही नीलेश के समर्थकों में सन्नाटा पसर गया. सुबह समर्थकों की भारी भीड़ नीलेश के घर पर पहुंचने लगी. वहीं, मौत की सूचना के बाद बड़ी संख्या पुलिस बल को इलाके में तैनात कर दिया गया.
सात आरोपित अब भी फरार
एसएसपी ने मौत की पुष्टि की और कहा कि दिल्ली में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जायेगा, जिसके बाद उसे पटना लाया जायेगा. इस मामले में अब तक दो शूटर राजा और शाहनवाज को गिरफ्तार किया गया है, जबकि सात आरोपित अब भी फरार हैं. सूत्रों के अनुसार नीलेश के समर्थकों ने मौत के बाद नामजद आरोपित पप्पू, धप्पू और गोरख राय के घरों में भी घुसने की कोशिश की, जिन्हें पुलिस ने समय रहते रोक लिया.
31 जुलाई को मारी गयी थीं सात गोलियां
दरअसल 31 जुलाई को सुबह पार्षद पति नीलेश यादव उर्फ नीलेश मुखिया अपने घर से ऑफिस के लिए निकले थे. वह कार में बैठे ही थे कि उन पर अपराधियों ने बैक टू बैक सात गोलियां चला दीं, जो उनकी कनपट्टी, गर्दन और सीने में लगी थी. एक अगस्त को उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स ले जाया गया था. 23 दिन बाद इलाज के दौरान बुधवार को उनकी मौत हो गयी. सूत्रों की मानें, तो इलाज के दौरान उन्हें हार्ट अटैक भी आया था.
इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
पुलिस के वरीय अधिकारियों ने मौत की सूचना के बाद आसपास के सभी थानाध्यक्षों को घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया. मालूम हो कि घटना के दो दिन बाद नीलेश मुखिया की पत्नी वार्ड 22बी की पार्षद सुचित्रा सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था. पत्नी ने दीघा थाने की पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि था कि हत्या की आशंका के संबंध में कई बार पुलिस को सूचना दी गयी. इसके बावजूद पुलिस ने संबंधित लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की.
विरोध में दुकानें व पी एंड एम मॉल बंद
नीलेश की मौत की सूचना के बाद उनके समर्थक सड़क पर जगह-जगह बड़ी संख्या में उतर आये. देर शाम समर्थकों ने कुर्जी के आसपास की सारी दुकानें बंद कर दीं. यहां तक कि पी एंड एम मॉल को भी बंद करा दिया. इसके अलावा राजापुर पुल से लेकर दानापुर की ओर जाने वाली सारे ऑटो और इ-रिक्शा के परिचालन को समर्थकों ने रोक दिया. निजी वाहनों को छोड़ रिजर्व गाड़ियों को ही आने-जाने दिया जा रहा था. इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. गांधी मैदान दानापुर और दानापुर से गांधी मैदान की ओर जाने वाले ऑटो व इ-रिक्शा को कुर्जी से पहले ही मोड़ दिया गया.
बीजेपी से भी जुड़े थे नीलेश
दीघा थाने के गेट नंबर 65 के पास नीलेश मुखिया का घर है. उनकी पत्नी सुचित्रा सिंह पटना नगर निगम के वार्ड नंबर 22-B की पार्षद हैं. नीलेश खुद भाजपा के कार्यकर्ता थे. पूर्व में अपने इलाके के मुखिया भी रह चुके थे. कुर्जी से लेकर दीघा इलाके तक में उनका दबदबा था.
तीनों नामजदों पर चलेगा हत्या का केस
सुरेश के फर्द बयान पर उनके पड़ाेसी तीन भाइयाें पप्पू, धूप्पू और गाेरख राय काे नामजद किया गया था. इसके अलावा अज्ञात चार शूटराें पर केस दर्ज किया गया था. तीनाें भाइयाें पर हत्या के प्रयास की साजिश करने का केस दर्ज हुआ था. वहीं शूटराें का हत्या के प्रयास का केस हुआ था. बुधवार काे निलेश की माैत के बाद तीनाें भाइयाें पर हत्या में साजिश करने का केस चलेगा. शूटराें पर हत्या का मुकदमा चलेगा.
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ये चल रहे हैं फरार, पुलिस की गिरफ्तारी चुनाैती
इस चर्चित घटना में तीनाें भाइयाें के अलावा सुल्तानगंज का इमरान, उसका भाई क्योस खान, खाजेकलां का मो. अरबाज, फुलवारीशरीफ के नगरनौसा का अजहर जिलानी उर्फ छोटू फरार चल रहा है. तीनों भाइयों के अलावा दीघा इलाके के एक और रसूखदार का भी नाम सामने आ रहा है.