पटना. राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में हवा से ऑक्सीजन उत्पादन करनेवाली मशीनें लगायी जायेगी. राज्य के सभी नौ मेडिकल में स्थापित होनेवाली हवा से ऑक्सीजन तैयार करनेवाली प्रेशर स्वींग एडजोर्पसन मशीन से प्रति मिनट 7000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जायेगा.
केंद्र सरकार जिन क्षमता की मशीनों की स्थापना की तैयारी की गयी है उसमें पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 500 लीटर प्रति मिनट, नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल,पटना में 800 लीटर प्रति मिनट, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल, मुजफ्फरपुर में 1000 लीटर प्रति मिनट वाली शामिल हैं.
दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, दरभंगा में 800 लीटर प्रति मिनट, जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज अस्पताल,भागलपुर में 800 लीटर प्रति मिनट, अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल,गया में 800 लीटर प्रति मिनट वाली शामिल हैं.
जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल,मधेपुरा में 800 लीटर प्रति मिनट, वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान,पावापुरी में 1000 लीटर प्रति मिनट और महारानी जानकी कुंवर हॉस्पीटल, बेतिया में 500 लीटर प्रति मिनट वाली शामिल हैं.
राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने गुरुवार को राज्य के सभी जिलाधिकारियों को कोरोना के वैक्सीन कोविशिल्ड के टीकाकरण में दो खुराक के बीच के अंतराल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
जिलों को दिये गये निर्देश में उन्होंने कहा है कि कोविशिल्ड वैक्सीन की पहली खुराक के बाद 12 सप्ताह से 16 सप्ताह के अंतराल पर दूसरी खुराक दिया जाना सुनिश्चित किया जाये. इसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.
कार्यपालक निदेशक ने बताया कि राज्य में संचालित कोविड 19 टीकाकरण के पात्र लाभुकों को कोविशिल्ड वैक्सीन की दूसरी खुराक को पहले खुराक के 12 सप्ताह से 16 सप्ताह के अंतराल पर दिया जाना है. अभी तक यह वैक्सीन की दूसरी खुराक छह सप्ताह से आठ सप्ताह के अंतराल पर दी जा रही थी.
Posted by Ashish Jha