Bihar News: मुजफ्फरपुर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद रोशनी गवाने वाले नौ मरीजों को आईजीआईएमएस पटना लाया गया . आईजीआईएमएस पटना आने के बाद मरीजों और उनके परिजनों से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी मिले. उन्होने कहा कि सरकार उनकी आंखों की रोशनी बचाने के लिए हर संभव कोशिश करेगी. हर मरीज को अतयाधुनिक इलाज मुहैया करवाया जायेगा. वही स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी आईजीआईएमएस पहुंच कर इलाज की वयवसथा का जायजा लिया.
केंद्र ने पूरे मामले की मांगी रिपोर्ट
पटना. केंद्र सरकार ने राजय सरकार से इस मामले की रिपोर्ट मांगी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्वास्थ्य विभाग को यह बताने को कहा है कि यह घटना कैसे हुई, इसमे कितने पीड़ित हुए है और राज्य सरकार उनके इलाज के लिए क्या कर रही है? केंद्र को रिपोर्ट देने के लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने मुजफ्फरपुर जाकर आई हॉस्पिटल का निरीक्षण किया व एसकेएमसीएच में भर्ती रोगियों से बातचीत की. अस्पताल से लिये गये सैंपलों की जांच रिपोर्ट अब तक नही मिली है. सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार को सोमवार या मंगलवार को पूरी स्थिति की रिपोर्ट भेज दी जायेगी.
राज्य सरकार दे सकती है आर्थिक सहायता
इधर, आंख के ऑपरेशन के बाद आंख गंवाने वाले 15 रोगियों को राज्य सरकार आर्थिक सहायता दे सकती है. स्वास्थ्य विभाग में इसको लेकर विचार विमर्श शुरू हो गया है. आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जा सकती है. हालांकि, अब तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है.
आईजीआईएमएस प्रमुख डॉ विभूति पी सिन्हा ने कहा कि तीन मरीजों का ऑपरेशन किया गया है. इनमे एक की आंख में कॉर्निया ट्रांसप्लांट हुई है. ऑपरेशन शाम 6:30 बजे से रात 9:45 बजे तक चला. उममीद करते है कि ऑपरेशन सफल रहेगा. तीनों में संक्रमण ज्यादा था, इसलिए यह परेशानी आयी थी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha