पटना में गर्मी बढ़ने के साथ ही डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. पीएमसीएच व आइजीआइएमएस के डॉक्टरों का कहना है कि ओपीडी में प्रतिदिन 140 से 160 बच्चे पहुंच रहे हैं. उनमें से करीब 30 बच्चे डायरिया से पीड़ित आ रहे हैं. 24 घंटे में इन दोनों ही मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में नौ मरीजों को भर्ती कराया गया. इनमें छह पीएमसीएच व तीन आइजीआइएमएस में इलाजरत हैं. राहत की बात यह है कि दोनों ही अस्पतालों में इलाज के बाद तीन बच्चों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि अन्य छह बच्चों का इलाज चल रहा है.
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर की मानें, तो मौसम में बदलाव से बच्चे के शरीर में पानी की कमी आ जाती है. अगर बच्चे को बार-बार उल्टी और दस्त हो रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें. पानी की कमी को दूर करने के लिए ओआरएस, जिंक पिलाते रहें. डायरिया से पीड़ित मरीज को करीब तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना चाहिए. वर्तमान में शिशु रोग विभाग को अलर्ट पर रखा गया है, साथ ही डायरिया से जुड़ी सभी तरह की दवाएं उपलब्ध करायी गयी हैं. हालांकि समय पर अस्पताल आने वाले बच्चे बेहतर इलाज के बाद स्वस्थ हो रहे हैं. अधिकांश बच्चों को डिस्चार्ज किया गया है.
पटना का अधिकतम तापमान बुधवार को 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. यह सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा है. अधिक तापमान और तेज धूप के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है. वहीं जिले का न्यूनतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस रहा है जो कि सामान्य से तीन डिग्री अधिक है. पटना में अगले कुछ दिनों तक गर्मी का सितम कम होता नहीं दिखता है. भारतीय मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक जून को पटना का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. वहीं दो जून को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.