निर्भया कांड : 11 साल के बेटे ने दी अक्षय ठाकुर को मुखाग्नि
निर्भया रेप और हत्याकांड के दोषी बिहार के औरंगाबाद के निवासी अक्षय कुमार सिंह उर्फ अक्षय ठाकुर का शव शनिवार को उसके पैतृक गांव में पहुंचा. अक्षय के 11 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि
पटना . शुक्रवार को दिल्ली के तिहाड़ जेल में चारों दोषियों को फांसी के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया था. अक्षय ठाकुर के शव को उसकी पत्नी पुनीता देवी और भाई लेकर शानिवार के सुबह औरंगाबाद के लहंगा करमा गांव पहुंचे.
शनिवार की सुबह करीब 9 बजे अक्षय ठाकुर का शव लेकर परिजन पैतृक गांव लहंग कर्मा पहुंचे, जहां गांव सहित आसपास के काफी संख्या में लोग पहुंचे थे. गांव में हर तरफ फांसी की चर्चा हो रही थी. ग्रामीणों का कहना था सरकार को फांसी की सजा नही देना चाहिए था क्योंकि की अक्षय ठाकुर काफी गरीब परिवार से आता है और अब इनकी पत्नी व 11 साल के बेटे का कौन देखभाल करेगा.
बता दें कि अक्षय ठाकुर का शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया. गांव के किसी घरों में चूल्हा नही जला. हर कोई इस घटना को लेकर चिंतित थे. अक्षय ठाकुर के वृद्ध पिता सरयू सिंह भी गमगमिन दिखे. जैसे ही जवान पुत्र के शव को कंधा लगाया वैसे ही जमीन पर गिर पड़े और ग्रमीणों ने उन्हें सम्भाला. श्मशान घाट पर 11 साल के पुत्र प्रियांशु ने पिता को मुखाग्नि दिया तो साथ मे रहे लोगों को आंखों से आंसू छलक पड़े.