पटना. एनआइटी पटना की ओर से उन्नत भारत अभियान के तहत गांवों का सर्वेक्षण किया जायेगा. इस अभियान के लिए एनआइटी पटना को बिहार में को-ऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी दी गयी है. इसमें बिहार के अन्य टेक्निकल संस्थान को प्रतिभागी संस्थान के रूप में चुना गया है.
इस अभियान के तहत संस्थान पांच गांवों में मूलभूत आवश्यकताओं पर शोध करेगा व तकनीकी रूप से मजबूत करेगा. इसके लिए एनआइटी पटना ने पांच गांव पानापुर, सबलपुर, नकटा दियारा, जेठुली, नौदेरी को सलेक्ट किया है.
प्रो कामिनी ने बताया कि एनआइटी के विशेषज्ञ इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, साफ-सफाई, ऊर्जा और आधारभूत संरचनाओं के विकास की बाधाओं की पहचान करेंगे. इन बाधाओं को दूर करने के लिए तकनीकी मदद उपलब्ध करायेंगे. अभी न्यू एजुकेशन पॉलिसी के बारे में जानकारी दी जायेगी.
सरकारी सभी प्रकार की योजनाओं की जानकारी दी जायेगी. बिहार में उन्नत भारत कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए परीक्षण कार्यक्रम आयोजित किये गये थे. प्रशिक्षण के दौरान एआइसीटीइ प्रो अनिल डी सहस्रबुद्धे ने कहा था कि पहले गांव के मुद्दे को देखना चाहिए.
एनआइटी के निदेशक प्रो पीके जैन ने कहा कि गोद लिये गये गांव में काम शुरू हो गया है. उन्नत भारत अभियान के राष्ट्रीय समन्वयक प्रो वीके विजय ने प्रतिभागी संस्थान को गांव में जाने के लिए कहा और गांव के लोगों से दोस्ती बना कर उनके साथ मिल कर काम करने के लिए कहा है.
गांव में शैक्षणिक ज्ञान को प्रदर्शित करने के बजाय उनके मुद्दे को सुलझाने में मदद करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि भारत में लगभग 40 हजार तकनीकी कॉलेज हैं और यदि उनमें से प्रत्येक पांच गांवों को बदलने में मदद करता है तो लगभग दो लाख गांवों को आसानी से बदलने में मदद की जा सकती है.
Posted by Ashish Jha