केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (nitin gadkari) ने दावा किया है कि वर्ष 2024 तक बिहार की सड़कें अमेरिका (roads like america) की तरह बन जाएंगी.नितिन गडकरी के इस दावे के बाद बिहार में विकास को लेकर एक नई बहस शुरु हो गई है.संभवतः पहली बार इस मुद्दे पर पक्ष- विपक्ष की सहमति बनी है.दोनों ने एक दूसरे पर भरोसा किया है.आरजेडी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने खुले मंच से कहा जब तक केंद्र में नितिन गडकरी मंत्री हैं बिहार में विकास के लिए हमें नहीं सोचना है. इधर, नितिन गडकरी ने कहा कि बिहार की सड़कें वर्ष 2024 तक अमेरिका की तरह होगी.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को बक्सर और रोहतास जिले में विभिन्न सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करते हुए कहा कि वर्ष 2024 खत्म होने तक बिहार में 3 लाख करोड़ रुपये के काम पूरे हो जाएंगे. एक लाख 10 हजार करोड़ की लागत से केंद्र सरकार राज्य में नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का जाल बिछा रही है.1 लाख करोड़ रुपये की लागत से 1828 किलोमीटर लंबे नेशनल हाइवे का डीपीआर बन रहा है. गडकरी ने अपने इस दावे के साथ यह भी कहा कि वर्ष 2024 के अंत तक बिहार की सड़के अमेरिका की तरह हो जायेगी.बिहार में बन रही सड़कों के जाल को लेकर गडकरी ने यह दावा किया.
करीब 40 हजार करोड़ रुपये की लागत वाले 1300 किलोमीटर की सड़कें 2022-23 में पूरे होने के बाद बिहार में एक जिले से दूसरे जिले के बीच की सड़कों का नेटवर्क बढ़ जायेगा.एक्सप्रेसवे बनने के कारण दूरियां कम हो जायेगी.इसके लिए 30 हजार करोड़ रुपये की लागत से 15 पुल बनाए जा रहे हैं. 9 हजार करोड़ रुपये की लागत से 60 बायपास का निर्माण किया जा रहा है.
पटना में 100 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड रिंग रोड (लागत 11 हजार करोड़)
पटना-आरा-बक्सर 181 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (लागत 9 हजार करोड़)
पटना-आरा-सासाराम 118 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (लागत 4 हजार करोड़)
पटना से बेतिया 165 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (लागत 6500 करोड़)
बकरपुर से डुमरिया 92 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (लागत 2200 करोड़)
मुंगेर से मिर्जा चौकी 125 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (लागत 8 हजार करोड़)
आमस से दरभंगा 198 किमी लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे ( लागत 8 हजार करोड़)