पटना. शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष खासकर राजद पर आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ बयाना ही जारी करता है, जबकि उन्हें इस पर गंभीर होकर सरकार का साथ देना चाहिए.
यदि कहीं पर भी शराबबंदी कानून के उल्लंघन की सूचना मिलती है, तो हेल्पलाइन नंबर पर इसकी जानकारी दें. थाने में जाकर शिकायत करें. यदि इस पर कार्रवाई नहीं होगी, तो हम इसकी जिम्मेदारी लेंगे.
बिना कहीं शिकायत दर्ज किये केवल सरकार को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी को सफल बनाने के लिए सब की जिम्मेदारी बनती है कि लोगों को जागरूक करें.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी का बिना नाम लिए ही उन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुछ लोग शराबबंदी को लेकर अखबार में बयान दे देते हैं, इससे कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जब शराबबंदी कानून को लागू किया गया था. उस समय तब की सरकार और विपक्ष की सहमति से कानून बना था.
उन्होंने कहा कि यह कानून 2016 में बहुत अनुसंधान के बाद बना था. वो जब सरकार में थे, तो उस समय शराबबंदी कानूना का हाथ उठाकर समर्थन करते थे. लेकिन आज विपक्ष में है, तो इसका विरोध कर रहे हैं. इससे काम नहीं चलने वाला है.
लोगों को जागरूक करना होगा. कहीं शराब होने की सूचना मिलती है तो थाने में शिकायत दर्ज करानी होगी. थानेदार अगर उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं करता है तो सरकार उस पर सख्त कार्रवाई करेगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी की सख्ती को लेकर 16 नवंबर को बैठक करेंगे. कहीं भी अगर चूक है तो उसे ठीक करेंगे. उन्होंने लोगों से भी अपील की कि यदि कहीं पर भी शराबबंदी कानून का उल्लंघन हो रहा है, तो इसकी जानकारी हेल्पलाइन नंबर पर दें, थाने को दें, अवश्य ही कार्रवाई होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि शराब कोई अच्छी चीज नहीं है, इसको लेकर लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए. वहीं सरकार भी अपना काम कर रही है.
Posted by Ashish Jha