पटना. जदयू ने कैबिनेट विस्तार में सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले को पूरी तरह लागू किया है. जदयू कोटे से आठ मंत्री बनाये गये हैं. इनमें उच्च जाति को करीब 37.5 फीसदी जगह दी गयी है.
वहीं पिछड़ा वर्ग को भी 25 फीसदी, अति पिछड़ा को 12.5 प्रतिशत, अल्पसंख्यक को 12.5 फीसदी और अनुसूचित जाति को 12.5 फीसदी जगह मिली है. ऐसे में जदयू ने एक बार फिर से सभी वर्गों को समेटने की कोशिश की है.
इस कैबिनेट विस्तार में जदयू कोटे से आठ में से दो राजपूत लेसी सिंह और सुमित कुमार सिंह तथा एक ब्राह्मण संजय झा को मंत्री बनाया गया है. वहीं पिछड़ा समाज के लव-कुश समीकरण को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने एक कुर्मी और एक कुशवाहा को जगह दी है.
अल्पसंख्यक समाज से एक मंत्री बनाये गये हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में अल्पसंख्यक समाज से कोई विधायक जीतकर नहीं आया था. ऐसे में बसपा के इकलौते अल्पसंख्यक विधायक को जदयू में शामिल होने के बाद उनका मंत्री बनना तय माना जा रहा था. वहीं अनुसूचित जाति से भी एक मंत्री बनाये गये हैं.
Posted by Ashish Jha