नीतीश कैबिनेट का फॉर्मूला लगभग तय, संभावित मंत्रियों की लिस्ट देंखें यहां
नीतीश कैबिनेट(Nitish cabinet) का आज दोपहर दो बजे गठन होगा. राज्यपाल फागू चौहान कैबिनेट के नये सदस्यों को शपथ दिलायेंगे. महागठबंधन की नई सरकार में राजद के 15 मंत्री, जबकि 11 मंत्री जदयू कोटे भी बनाये जाएंगे. वहीं, कांग्रेस के कोटे से चार मंत्री बनाए जा सकते हैं.
नीतीश कैबिनेट (Nitish cabinet) का आज दोपहर दो बजे गठन होगा. राज्यपाल फागू चौहान कैबिनेट के नये सदस्यों को शपथ दिलायेंगे. महागठबंधन की नयी सरकार में राजद कोटे से 18 मंत्री बनाए जा सकतें है. जबकि 10 मंत्री जदयू से भी बनाये जायेंगे. कांग्रेस के हिस्से में तीन से चार मंत्री पद आयेंगे. जानकारी के मुताबिक कैबिनेट में जगह का फॉर्मूला 2015 के आधार पर ही तय होगा.
संभावित मंत्रियों की सूची
जदयू (JDU Party) कोटे से अशोक चौधरी, उपेन्द्र कुशवाहा, शीला कुमारी, श्रवण कुमार, मदन सहनी,संजय कुमार झा, लेशी सिंह, सुनील कुमार, जयंत राज, जमां खान और विजय कुमार चौधरी मंत्री बनाए जा सकते हैं.
राजद कोटे से इन नामों की चर्चा
वहीं, राजद कोटे (RJD Party) की बात करें तो नीतीश कैबिनेट में तेजप्रताप यादव, आलोक कुमार मेहता, अनिता देवी, जितेन्द्र कुमार राय, चन्द्रशेखर, कुमार सर्वजीत, बच्चा पांडेय, भारत भूषण मंडल, अनिल सहनी, शाहनवाज, अख्तरुल इस्लाम शाहीन,समीर महासेठ, भाई वीरेन्द्र, ललित यादव, कार्तिक सिंह, वीणा सिंह, रणविजय साहू, सुरेन्द्र राम को जगह मिल सकती है.
कांग्रेस कोटे से ये बन सकते हैं मंत्री
कांग्रेस कोटे (Congress party) से मदन मोहन झा, अजीत शर्मा, शकील अहमद खान और राजेश कुमार को नीतीश कैबिनेट में मंत्री बनाया जा सकता है. वहीं, हम (HAM) पार्टी की बात करें तो जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन को मंत्री बनाया जा सकता है.
सामाजिक समीकरण का रखा जाएगा ख्याल
जानकारी के मुताबिक भाजपा कोटे के मंत्रियों के मिले विभाग राजद कोटे के मंत्रियों को दिया जायेगा. भाकपा माले ने सरकार में शामिल होने से मना कर दिया है. हालांकि भाकपा और माकपा ने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं. विधानसभा में भाकपा और माकपा के दो-दो विधायक हैं. महागठबंधन की सरकार में मंत्रियों के नाम तय करने में सामाजिक समीकरण का पूरा ख्याल रखा जायेगा. सबसे अधिक यादव विधायक चुनाव जीत कर आये हैं.
कुछ मंत्रियों को किया जा सकता है ड्रॉप
ऐसे में यादव, अल्पसंख्यक और वैश्य व कुशवाहा जाति के मंत्रियों की संख्या अधिक होगी. सूत्रों के मुताबिक जदयू कोटे के कुछ मंत्रियों को ड्रॉप किया जा सकता है. सरकार के स्वरूप को लेकर बुधवार की शाम महागठबंधन की घटक दलों की बैठक में चर्चा होगी. इसके बाद ही शीर्ष नेताओं की राय से मंत्रियों के नाम और विभाग तय किये जायेंगे.