महागठबंधन की नयी सरकार में बने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 33 मंत्री बने. इनमें 12 ऐसे हैं जिन्हें पहली बार मंत्री (Nitish government first time ministers) बनने का मौका मिला है. नयी कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत पांच विधान पार्षद भी हैं. जबकि पहली बार विधायक बने और पहली बार ही मंत्री भी बने, ऐसे मंत्रियों की संख्या सात है. मंत्रिमंडल में सबसे उम्रदराज मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव हैं. चुनाव आयोग काे दी गयी शपथ पत्र के मुताबिक यादव की मौजूदा उम्र 76 साल की है. जबकि सबसे कम उम्र के मंत्री जयंत राज हैं, जिनकी उम्र 37 साल की है.
नयी सरकार में भी विधान परिषद का इस बार भी दबदबा कायम है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसी सदन के सदस्य हैं. उनके अलावा जदयू के डा अशोक चौधरी, संजय झा , राजद के कार्तिक कुमार एवं हम के संतोष सुमन विधान परिषद के सदस्य हैं. पहली बार मंत्री बनने वाले 12 विधायकों में कांग्रेस के मो आफाक आलम और मुरारी गौतम, राजद के रामानंद यादव, कुमार सर्वजीत, समीर महासेठ, जितेंद्र कंमार राय, सुधाकर सिंह, कार्तिक कुमार, शमीम अहमद, मो शाहनवाज, सुरेंद्र राम, एवं मो इसराइल मंसूरी के नाम हैं.
पहली बार विधायक बनने वाले छह लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है. इनमें राजद के सुधाकर सिंह, जदयू के सुनील कुमार, जयंत राज,मो जमा खान, कार्तिक कुमार और इसराइल मंसूरी के नाम हैं. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष सुमन भी मंत्री बनाये गये हैं. उनके अलावा जदयू के सुनील कुमार, निर्दलीय सुमित कुमार सिंह और राजद के सुधाकर सिंह ऐसे मंत्री हैं, जिनके पिता भी मंत्री रह चुके हैं.