नीतीश सरकार में उच्च शिक्षा में हुआ सुधार, खुले 18 कॉलेज और 36 फीसदी बढ़ी बच्चों की संख्या, जानें पूरी रिपोर्ट
ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन रिपोर्ट (AISHE) 2020-21 सोमवार को लॉन्च की गयी. रिपोर्ट के अनुसार बिहार में उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के नामांकन में लगभग 36% की बढ़ोतरी हुई है. राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों के नामांकन में औसतन बढ़ोतरी लगभग 7.4% है.
ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन रिपोर्ट (AISHE) 2020-21 सोमवार को लॉन्च की गयी. रिपोर्ट के अनुसार बिहार में उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के नामांकन में लगभग 36% की बढ़ोतरी हुई है. राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों के नामांकन में औसतन बढ़ोतरी लगभग 7.4% है. बिहार के बाद उत्तराखंड में 26%, केरला में 20 और मध्यप्रदेश में 19% की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. बिहार के उच्च शिक्षण संस्थानों में औसतन नामांकन देश में सबसे अधिक है. बिहार के प्रति कॉलेज औसत विद्यार्थी नामांकन 1881 है. सरकारी कॉलेजों में नामांकन की यह दर 2805 प्रति कॉलेज है, जो कि देश में सर्वाधिक है.
पांच सालों में यह रिकाॅर्ड बढ़ोतरी
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में उच्च शिक्षा के प्रति युवाओं में तेजी से रुझान बढ़ रहा है. प्रति लाख आबादी पर कॉलेजों की संख्या अब आठ हो गयी है. पिछलेे साल की रिपोर्ट में कॉलेजों की यह संख्या सात थी. जानकारों की नजर में प्रति लाख आबादी पर कॉलेजों के घनत्व का यह अंतर मामूली नहीं है. यह देखते हुए कि पिछले साल की तुलना में बिहार में इस साल कॉलेजों की संख्या में 18.4% की बढ़ोतरी हुई है. पिछले पांच सालों में यह रिकाॅर्ड बढ़ोतरी है. एआइएसएचइ 2019-20 में बिहार में कॉलेजों की संख्या केवल 874 थी. 2020-21 में कॉलेजों की संख्या 1035 हो गयी है. इस तरह एक साल में 161 कॉलेज बढ़े हैं.
जीइआर का राष्ट्रीय औसत 27.3
बिहार में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात ग्रॉस इनरॉलमेंट रेशियो (जीइआर) 15.9% हो गया है. यह पिछले साल से 12.1 से 3.8% अधिक है. जीइआर का राष्ट्रीय औसत 27.3 है. राष्ट्रीय स्तर पर सकल नामांकन अनुपात में पिछले वर्ष के मुकाबले में 1.7% की बढ़ोतरी रही है. बिहार में उच्च शिक्षा के विद्यार्थियों का कुल नामांकन 2360941 (23.60 लाख) है. पिछले सर्वे में कुल नामांकित विद्यार्थियों की संख्या 17384732 (17.73 लाख ) थी. रिपोर्ट 2020-21 के अनुसार बिहार में उच्च शिक्षा में नामांकन में 622509 (6.22 लाख) का इजाफा हुआ है. इस साल बढ़े नामांकन में 45.46% (283009) लड़कियां थीं. डिस्टेंस मोड में सर्वाधिक नामांकन वाले पांच राज्यों में बिहार शामिल रहा. देश के कुल नामांकन में 4.8% नामांकन हुए बिहार में हुए हैं. उच्च शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों की संख्या में 6268 शिक्षकों की बढ़ोतरी के साथ अब इनकी कुल संख्या 35865 हो गयी है.
पीएचडीधारकोंं की सख्या में 41% और पीजी में 51.8% का इजाफा
एआइएसएचइ की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में पिछले साल की तुलना में पीएचडी करने वालों की संख्या में 41.08% का इजाफा हुआ है. वर्ष 2020-21 में बिहार में पीएचडी धारकों की संख्या 3808 हो गयी है. पिछले साल यह संख्या महज 2699 थी. 2016-17 में पीएचडी करने वालों की संख्या 2228 थी. जहां तक महिला पीएचडी धारकों की संख्या का सवाल है, इसमें भी एक साल में 14.4% का इजाफा हुआ है. 2020-21 में पीएचडी करने वाली महिलाओं की संख्या 1183 है. पिछले सत्र में इनकी संख्या 1034 थी.