पटना. राज्य की नयी सरकार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा मंगलवार को कर दिया जायेगा. मंगलवार को ही नयी सरकार के कैबिनेट की पहली बैठक होगी. सुबह 11 बजे मुख्य सचिवालय स्थित कैबिनेट कक्ष में होने वाली इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये जायेंगे.
देर रात तक विभागों के बंटवारे को लेकर सहमति बन जाने के बाद कैबिनेट की बैठक के पहले इसकी अधिसूचना जारी कर दी जायेगी. मालूम हो कि शपथग्रहण के बाद सीएम नीतीश कुमार राजभवन गये, जहां अमित शाह व जेपी नड्डा भी मौजूद थे.
बिहार की राजनीति में एक नया इतिहास रचते हुए नीतीश कुमार ने सोमवार को दो दशकों में सातवीं बार व लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राजभवन के राजेंद्र मंडपम में राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी. मुख्यमंत्री के साथ 14 मंत्रियों ने भी शपथ ली. भाजपा कोटे से पहली बार दो उपमुख्यमंत्री बनाये गये हैं. कैबिनेट में भाजपा के सात, जदयू के पांच और वीआइपी व हम के एक-एक को शामिल किया गया है.
नयी सरकार में एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा भारी दिखी है. विधानसभा अध्यक्ष का पद भी भाजपा को मिला है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पटना साहिब के विधायक नंदकिशोर यादव को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जायेगा. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 69 वर्षीय नीतीश कुमार ने मुख्य सचिवालय जाकर शासन-प्रशासन को लेकर कई निर्देश दिये.
ठीक चार बज कर 35 मिनट पर नीतीश कुमार ने सीएम पद की शपथ ली. दूसरे नंबर पर भाजपा विधानमंडल दल के नेता तारकिशोर प्रसाद ने शपथ ली. तीसरे नंबर पर भाजपा विधायक दल की उपनेता रेणु देवी ने शपथ ली. शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव और चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस व भाजपा के राष्ट्रीय संगठन प्रभारी बीएल संतोष और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी मौजूद रहे.
एनडीए सरकार में पहली बार उपमुख्यमंत्री के रूप में सुशील कुमार मोदी नहीं दिखे. उनकी जगह भाजपा विधानमंडल दल के नेता तारकिशाेर प्रसाद और पहली बार एक महिला उपमुख्यमंत्री के रूप में रेणु देवी को भी शपथ दिलायी गयी है. हालांकि, शपथ ग्रहण समारोह में सुशील कुमार मोदी शरीक हुए.
नयी सरकार में शपथ ग्रहण में वीआइपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने मंत्री पद की शपथ ली. जदयू कोटे से एनडीए में आये पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी से उनके बेटे एमएलसी संतोष कुमार सुमन को भी मंत्री बनाया गया. श्री सुमन को राजद के सहयोग से 2018 में विधान परिषद का सदस्य बनाया गया था.
नये मंत्रिमंडल में डाॅ अशोक चौधरी और वीआइपी अध्यक्ष मुकेश सहनी फिलहाल किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं, जबकि जदयू की ओर से महिला मंत्री के रूप में शामिल शीला कुमारी पहली बार विधायक बनी हैं. धानुक जाति से आने वाली शीला कुमारी पूर्व राज्यपाल धनिकलाल मंडल के परिवार से आती हैं.
सरकार में शामिल मंत्रियों में सात पहली बार मंत्री बनाये गये हैं. इनमें भाजपा के पांच तारकिशाेर प्रसाद, रामप्रीत पासवान, रामसूरत राय, जीवेश मिश्रा और अमरेंद्र प्रताप सिंह के नाम हैं. जदयू से मेवालाल चौधरी और शीला कुमारी पहली बार मंत्री बनायी गयी हैं.
नीतीश कुमार राज्य के मुख्यमंत्री पद पर सर्वाधिक लंबे समय तक रहने वाले श्रीकृष्ण सिंह के रिकाॅर्ड को पीछे छोड़ने की ओर बढ़ रहे हैं, जिन्होंने आजादी से पहले से लेकर 1961 में अपने निधन तक इस पद पर अपनी सेवाएं दी थीं. श्रीकृष्ण िसंह 5446 िदन सीएम रहे थे, जबकि नीतीश कुमार अब तक 5220 िदन मुख्यमंत्री रह चुके हैं. अगर 30 जून 2021 तक मुख्यमंत्री रह गये तो वह श्रीकृष्ण िसंह के सबसे अिधक समय तक सीएम रहने का िरकाॅर्ड तोड़ देंगे.
Posted by Ashish Jha