पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार को विपक्षी गठबंधन का चेहरा बनाये जाने पर कहा कि इससे ज्यादा सुखद कुछ नहीं होगा. यह तो सबसे अच्छा होगा. मुंबई में शरद पवार से मुलाकात के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि वो एक बड़ा गठबंधन बनाने के लिए लिए मेहनत कर रहे हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अधिक से अधिक विपक्षी दल एक साथ आते हैं, तो यह देश के हित में बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि आजकल भाजपा जो कर रही है, वह देश के हित में नहीं है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा विपक्षी दल एकजुट हों, तो यह देश के लिए बेहतर होगा. मैं अभी इतना ही कह सकता हूं कि यह देश के हित में हो रहा है. यह पूछे जाने पर कि क्या पवार विपक्षी गठबंधन का मुख्य चेहरा होंगे, कुमार ने कहा कि इससे ज्यादा सुखद कुछ नहीं होगा. मैंने उनसे (शरद पवार) कहा है कि उन्हें न केवल अपनी पार्टी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए और अधिक जोश के साथ काम करना है.
इस मौके राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को मजबूत करने के लिए हमने आज संक्षिप्त चर्चा की है. लोकतंत्र को बचाने के लिए, एक साथ काम करना महत्वपूर्ण है. एनसीपी प्रमुख ने कहा कि देश के हालात को देखने के बाद ऐसा लगता है कि अगर हम साथ काम करेंगे, तो विकल्प के लिए समर्थन मिलेगा. उन्होंने कहा कि ये चर्चाएं संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) का हिस्सा हैं. नीतीश कुमार और पवार दोनों अपने-अपने राज्यों में कांग्रेस के साथ गठबंधन में हैं. कर्नाटक के सवाल पर पवार ने दावा किया कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार होगी. उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार वहां के लोग भाजपा को हटा देंगे और एक धर्मनिरपेक्ष सरकार का चुनाव करेंगे.
इससे पहले गुरुवार की सुबह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष की एकता को मजबूत करने के प्रयासों के बीच नीतीश कुमार अपने डिप्टी तेजस्वी यादव के साथ मुंबई में ‘मातोश्री’ में शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. ठाकरे से मिलने के बाद नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भाजपा के खिलाफ विपक्षी नेताओं को एक छत के नीचे लाने के अपने प्रयासों के तहत दक्षिण मुंबई में राकांपा प्रमुख पवार के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की.