जीतन राम मांझी पर गहरा चुका था नीतीश कुमार का शक, सीएम ने कहा- हमने सामने रख दिए थे ये दो ऑप्शन..

जीतन राम मांझी की पार्टी हम ने महागठबंधन से खुद को अलग किया तो पहली बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी. सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि उन्होंने क्यों जीतन राम मांझी को अपनी पार्टी का विलय जदयू में कराने के लिए कहा था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2023 11:39 AM
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बिहार में एकबार फिर से सियासी फेरबदल हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी(Jitan Ram Manjhi) की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) ने खुद को महागठबंधन से अलग कर लिया है और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. वहीं अब जीतन राम मांझी के इस फैसले को लेकर नीतीश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

संतोष सुमन के आरोप पर बोले नीतीश कुमार

जदयू विधायक रत्नेश सदा संतोष सुमन की जगह पर मंत्री बने. उन्होंने शुक्रवार को मंत्री पद की शपथ ली. राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए. शपथ ग्रहण समारोह संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने जीतन राम मांझी के अलग होने के मामले व संतोष सुमन के द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दिया.

नीतीश कुमार ने मांझी के सामने रख दिए थे दो ऑप्शन

नीतीश कुमार ने संतोष सुमन के उस आरोप का जवाब दिया जिसमें कहा गया था कि नीतीश कुमार हम पार्टी को जदयू में विलय कराने के लिए कह रहे थे. नीतीश कुमार ने कहा कि मैने विलय के लिए जरूर बोला था. सीएम बोले की जीतन राम मांझी को मैने ही बोला था कि आपको जदयू में विलय करना है या महागठबंधन से जाना है? सीएम ने कहा कि अगर वो यहां होते तो इधर की बात भाजपा को पहुंचाते.

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भाजपा से मिले होने का आरोप

नीतीश कुमार ने एकतरह से जीतन राम मांझी पर भाजपा से मिले होने का आरोप लगाया. नीतीश कुमार ने कहा कि जीतन राम मांझी विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होना चाहते थे. लेकिन वो जिस तरह कभी भाजपा नेताओं से जाकर मिलते थे और कभी इधर आते थे तो भी बताते रहते थे. उन्होंने कहा कि हम सबकुछ जान रहे थे. मेरे पास जब मिलने आए तो हमने कह दिया था कि आपको हमने बनाया है. या तो आप विलय करा लिजिए या फिर अलग हो जाइए. इसपर जीतन राम मांझी ने अलग होने का फैसला लिया.

नए मंत्री रत्नेश सदा को लेकर बोले सीएम

सीएम ने कहा कि अगर जीतन राम मांझी विपक्षी दल की बैठक में शामिल रहते तो इधर की बात भाजपा को बताते. सीएम ने कहा कि जीतन राम मांझी के जाने से महागठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. विपक्ष पूरी तरह एकजुट है. वहीं जदयू विधायक रत्नेश सदा की तारीफ करते हुए कहा कि उसी दिन हमने तय कर लिया था कि रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जाएगा. आज शपथ ग्रहण करा दिया गया.

Published By: Thakur Shaktilochan

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