नीतीश कुमार का बड़ा फैसला, बिहार के इन 10 जिले के लोगों की खुल गयी किस्मत, बन रहा मास्टर प्लान
नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लिया है. कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव डाॅ एस सिद्धार्थ ने बताया कि कैबिनेट द्वारा राज्य के 10 शहरों के मास्टर प्लान तैयार करने के लिए इनकी प्लानिंग एरिया की स्वीकृति दी गयी. अधिसूचना जारी करने के बाद प्लानिंग अथॉरिटी का गठन होगा और मास्टर प्लान बनेगा.
नीतीश कुमार ने तैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लिया है. कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव डाॅ एस सिद्धार्थ ने बताया कि कैबिनेट द्वारा राज्य के 10 शहरों के मास्टर प्लान तैयार करने के लिए इनकी प्लानिंग एरिया की स्वीकृति दी गयी. नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा प्लानिंग एरिया की अधिसूचना जारी करने के बाद वहां पर प्लानिंग अथॉरिटी का गठन होगा और मास्टर प्लान बनेगा. जिन 10 शहरी क्षेत्रों के मास्टर प्लान तैयार करने की स्वीकृति दी गयी, उनमें अरवल, सुपौल, सोनपुर, शेखपुरा, बांका, गोपालगंज, जहानाबाद, मधेपुरा, नवादा और भागलपुर शामिल हैं. इन शहरों की प्लानिंग एरिया की स्वीकृति मिलने के बाद शहरी क्षेत्र से सटे शहरी क्षमता वाले ग्रामीण क्षेत्रों का समेकित और सुनियोजित रूप से विकसित किया जायेगा. कैबिनेट की बैठक में कुल 21 प्रस्तावों को मंजूरी दी गयी.
जीविका दीदियां अब अस्पतालों में करेगी कपड़ा सप्लाई
जीविका की दीदियां अब अस्पतालों की रसोई के अलावा प्रदेश के सभी अनुमंडल अस्पतालों, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में भर्ती होनेवाले मरीजों के ड्रेस की सिलाई कर उसकी आपूर्ति भी करेंगी. अस्पताल में भर्ती मरीजों के गंदा होनेवाले ड्रेस की सफाई का काम भी जीविका दीदी ही करेंगी. सरकार ने उनको अनुमंडलीय अस्पतालों, जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के भवनों के साथ परिसर की साफ सफाई की जिम्मेदारी दी है. अभी तक इन अस्पतालों के मरीजों के ड्रेस की धुलाई अस्पताल की लॉन्ड्री में की जाती है और परिसर की साफ सफाई का काम आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से कराया जाता है. कैबिनेट की शुक्रवार को हुई बैठक में इसकी मंजूरी दी गयी. अस्पतालों की सफाई सातों दिन अनिवार्य रूप से की जानी है. इसको लेकर बीएमएसआइएल व राज्य स्वास्थ्य समिति और जीविका समूह के बीच अनुबंध किया जायेगा.
Also Read: पटना में सरस्वती पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान जमकर हुई फायरिंग, एक छात्र की मौत, मूकदर्शक बनी रही बिहार पुलिस
महिला चरखा समिति को दो करोड़
कैबिनेट ने महिला चरखा समिति को 2022-23 में कॉरपस फंड के रूप में दो करोड़ का सहायक अनुदान की स्वीकृति दी है. समिति द्वारा महिलाओं को सिलाई-कटाई, कशीदाकारी, पेंटिंग, चित्रकला और खाद्य पदार्थों व मसालों के निर्माण का प्रशिक्षण दिया जाता है. उत्पादित वस्तुओं का विक्रय भी समिति द्वारा किया जाता है. इसके द्वारा जयप्रकाश अध्ययन अध्ययन एवं शोध केंद्र, प्रभावती महिला पुस्तकालय के साथ प्रभा जयप्रकाश स्मृति संग्रहालय संचालित किया जाता है.