नीतीश कुमार ने बिहार में जहरीली शराब से मौत पर दी पहली प्रतिक्रिया, बोले- शराब बुरी चीज, पिओगे तो मरोगे
बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत का सिलसिला अभी भी जारी है. सरकार और प्रशासन की तमाम सख्ती बीच शुक्रवार को पांच और लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गयी. वहीं बताया जा रहा है कि कई और लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताते हुए बड़ा बयान दिया है.
बिहार के छपरा में शुक्रवार को एक बार फिर से जहरीली शराब पीने से पांच लोगों की मौत हो गयी है. इसके साथ ही कई अन्य लोगों की हालत चिंताजनक बनी हुई है. जहरीली शराब से मौत पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताया है. उन्होंने सीधे सीधे कहा कि शराब बुरी चीज है इसलिए लोगों के हित में बिहार में शराबबंदी की गयी थी. अगर कोई तब भी पियेगा तो मरेगा ही. उन्होंने साफ-साफ कहा कि राज्य में भले ही नयी सरकार बन गयी हो मगर शराबबंदी के कानून से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में शराबबंदी से खुशहाली आयी है. गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने ये बयान शुक्रवार को रक्षाबंधन के मौके पर राजधानी के इको पार्क में पेड़ को राखी बांधने पहुंचे थे. उन्होंने ये बयान उस वक्त दिया. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे शराब का सेवन नहीं करें. उन्होंने कहा कि समाज में कुछ लोग ऐसे होते ही है जो गड़बड़ी करते हैं. वे इधर-उधर से कुछ न कुछ समाज की व्यवस्था को खराब करने के लिए करते रहते हैं.
मैं सीबीआई और ईडी से नहीं डरता
नीतीश कुमार ने कहा कि वो सीबीआई और ईडी से नहीं डरते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करेंगे तो जनता एक एक चीज को समझकर उसका बदला लेगी. नतीश कुमार ने जब पूछा कि क्या केंद्र सरकार राज्य के कोटे को कम कर सकती है. तो उन्होंने कहा कि भविष्य में हर चीज लोगों के समाने होंगी. उन्होंने कहा कि वो पीएम पद के उम्मीदवार नहीं हैं. मेरा काम केवल विपक्ष को एक मंच को लेकर आया है.
बिहार में जंगलराज की वापसी का बयान अंटशंट
सीएम नीतीश कुमार ने सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मेरे ऊपर कोई अंटशंट बोलता है तो उनकी पार्टी को उसका फायदा मिलता है. जिनको पार्टी वाला इग्नोर कर दिया था. अभ वह कुछ-कुछ बोल कर लाइनअप करेंगे. उन्होंने तेजस्वी प्रसाद को जेड प्लस सिक्योरिटी देने पर कहा कि वो उपमुख्यमंत्री हैं उनको तो डेड प्लस सुरक्षा मिलनी ही चाहिए।