Nitish Kumar ने कम और अधिक बारिश के कारण फसल क्षति से प्रभावित किसानों की जल्द मदद करने का अधिकारियों को निर्देश दिया है. इसके साथ ही, कैबिनेट की बैठक में राज्य के 11 जिलों के 7841 गांवों को सुखाग्रस्त घोषित करते हुए प्रत्येक परिवार को 3500 सहायता के रुप में दिया जाएगा. इसके साथ ही कैबिनेट की बैठक में 21 प्रस्तावों को मंजूरी मिली है. इसके साथ ही, मुख्यमंत्री उन्होंने गुरुवार को राज्य में कम और अनियमित बारिश से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि डीजल अनुदान योजना के तहत बचे आवेदकों को अनुदान का लाभ तेजी से दिलाएं. साथ ही आकस्मिक फसल योजना के तहत किये गये बीज वितरण का फायदा सभी किसानों को दिलाएं, जिससे उन्हें कृषि कार्य में राहत मिल सके. इस समीक्षा बैठक का आयोजन 1 अणे मार्ग स्थित ‘संकल्प’ में किया गया था.
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कम बारिश से प्रभावित सभी जिलों के प्रखंड, पंचायत, गांव और टोला स्तर तक सुखाड़ की स्थिति का आकलन कर प्रभावित किसानों को जल्द सहायता दी जाए. उन्होंने कहा कि जितने क्षेत्रों में धान की रोपनी हुई है, उसकी सिंचाई के लिए किसानों को डीजल अनुदान का लाभ दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति में हर वर्ष प्रभावित लोगों को मदद करते हैं. सरकार किसानों को हरसंभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्तूबर में अधिक बारिश के कारण कई जिलों में फसल क्षति की जानकारी मिली है. प्रभावित जिलों के संभावित फसल क्षति का आकलन कराएं और प्रभावित किसानों को भी सहायता उपलब्ध कराएं.
आपदा प्रबंधन-सह-जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि डीजल अनुदान योजना के अंतर्गत 11 लाख 22 हजार 797 हजार आवेदन मिले हैं. इसमें से छह लाख 67 हजार 42 आवेदकों के खाते में 96.31 करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित कर दी गयी है. शेष आवेदनों की जांच तेजी से की जा रही है और जल्द ही पूरी की जाएगी.