नीतीश कुमार को नहीं मिला सरकार बनाने का न्यौता, महागठबंधन के विधायकों को शहर से बाहर जाने की मनाही
नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागु चौहान को अपना इस्तीफा दे दिया है. मगर अभी तक महागठबंधन को राज्यपाल की तरफ से सरकार बनाने का न्यौता नहीं मिला है. ऐसे में महागठबंधन के विधायकों को शहर से बाहर जाने से मना किया गया है.
बिहार के मुख्यमंत्री पद से नीतीश कुमार ने मंगलवार की राज्यपाल फागु चौहान को इस्तीफा दे दिया. ऐसे में बिहार की राजनीति का पूरा स्क्रीप्ट साफ हो गया है. महगठबंधन ने नीतीश कुमार को सर्व सम्मति से नेता मान लिया है. ऐसे में तेजस्वी यादव अब उपमुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ सकते हैं. हालांकि इस बीच बड़ी बात सामने आ रही है कि राज्यपाल फागु चौहान की तरफ से अभी तक महागठबंधन को सरकार बनाने का न्यौता नहीं दिया गया है. ऐसे में महागठबंधन ने अपने विधायकों को पटना से बाहर जाने से मना किया है.
राबड़ी आवास पर नीतीश और तेजस्वी ने किया संबोधित
राज्यपाल से मिलने के बाद राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड आवास पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने संबोधित किया. इसमें राजद और जदयू के साथ महागठबंधन में शामिल कांग्रेस वामदलों के अलावा जीतनराम मांझी की पार्टी के विधायकों को साफ पटना से बाहर जाने से मना किया गया है. दोनों नेताओं ने सभी 164 विधायकों से अगले कुछ दिनों तक पटना में रहने का आदेश दिया है. गौरतलब है कि राबड़ी देवी के आवास पर महागठबंधन के नेताओं के लिए भोज का आयोजन किया गया है. इसमें बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हैं.
भाजपा का साथ छोड़ अच्छा काम कर रही पार्टियां
राबड़ी आवास पर महागठबंधन के नेताओं को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में बीजेपी के साथ कोई नहीं है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बीजेपी को छोड़कर सभी पार्टियां एक साथ राज्य के विकास के लिए काम करेगी. वहीं इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को सीधे रुप से चुनौती दी है. जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार ने राज भवन में 160 विधायकों जिसमें आरजेडी-79, जेडीयू-45, कांग्रेस-19, लेफ्ट-16 और निर्दलीय-1 शामिल हैं, का समर्थन-पत्र राज्यपाल को सौंपा है.