पटना में डाक्टरों ने किया अनोखा ऑपरेशन, 17 साल के लड़के के जबड़े से निकाले 82 दांत
वैसे तो इंसान के मुंह में आमतौर पर 32 दांत ही होते हैं, लेकिन आइजीआइएमएस में डॉक्टर तब हैरान रह गये जब ऑपरेशन के दौरान एक 17 साल के लड़के के मुंह से उन्होंने 82 दांत निकाले. युवक का नाम नीतीश कुमार है, जो भोजपुर जिले का निवासी है. युवक के सभी दांत ट्यूमर में फंसे थे.
पटना. वैसे तो इंसान के मुंह में आमतौर पर 32 दांत ही होते हैं, लेकिन आइजीआइएमएस में डॉक्टर तब हैरान रह गये जब ऑपरेशन के दौरान एक 17 साल के लड़के के मुंह से उन्होंने 82 दांत निकाले. युवक का नाम नीतीश कुमार है, जो भोजपुर जिले का निवासी है. युवक के सभी दांत ट्यूमर में फंसे थे.
यह ट्यूमर बेहद दुर्लभ प्रजाति की ओर भी संकेत कर रहा था. जांच में यह स्पष्ट हो गया था कि अगर समय पर ऑपरेशन नहीं होता तो वह कैंसर का ट्यूमर भी हो सकता था. अस्पताल के दंत रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एसके शर्मा ने बताया कि युवक कॉम्प्लेक्स ओडोंटोम नामक बीमारी से जूझ रहा था. जांच के बाद उसे भर्ती कर ऑपरेशन किया गया.
आधा दर्जन डॉक्टरों ने किया तीन घंटे ऑपरेशन
आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि पूरे बिहार में यह पहला केस है. दंत रोग विभाग के डॉ प्रियंकर सिंह, डॉ जावेद इकबाल आदि डॉक्टरों ने टीम ने करीब तीन घंटे सर्जरी कर नीतीश के जबड़े के नीचे सटे ट्यूमर युक्त दांतों को बाहर निकाला.
ट्यूमर जबड़े व गर्दन के बीच फंस गया था. युवक अब पूरी तरह से ठीक है. डॉ प्रियंकर ने बताया कि कॉम्प्लेक्स ओडोंटोम बीमारी एक मसूड़ा कई दांत बनाता है. यह एक तरह से ट्यूमर की शुरुआत होती है.
उन्होंने कहा कि शुरू में हम इन्हें काटकर बाहर नहीं निकाल सके, इसलिए इन्हें निकालने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया. जैसे ही हमने इसे खोला, एक के बाद एक छोटे मोती जैसे दांत बाहर आना शुरू हो गये. शुरू में हम उन्हें इकट्ठा कर रहे थे, वे वाकई छोटे मोती जैसे लग रहे थे. लेकिन फिर हम थक गये और जब हमने इन्हें गिना तो ये पूरे 82 निकले.
बायोप्सी की रिपोर्ट आने के बाद ट्यूमर पर होगा शोध
डॉ़ मनीष मंडल ने बताया कि डॉक्टरों ने नीतीश का ट्यूमर निकाल कर बायोप्सी जांच के लिए भेज दिया. अगर ट्यूमर पुराना हुआ तो ठीक, पर अगर नयी प्रजाति की पायी गयी तो यहां के डॉक्टर शोध करेंगे.
यह ट्यूमर की कौन सी प्रजाति है, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में दांत हैं. इससे हम भविष्य में अन्य मरीजों में इस तरह के ट्यूमर बढ़ने से पहले ही उन्हें रोक सकेंगे. किन कारणों से यह ट्यूमर में इतने दांत बढ़े हैं, इस पर जांच की जायेगी.
Posted by Ashish Jha